पिंक पार्क की क्षेत्रवासी करते सफाई क्षेत्रवासी स्वयं कचरा इकट्ठा कर जलाकर नष्ट करते हैं। जिससे क्षेत्र की घास भी जल गई है। लाइट के तार पेड़ों के बीच से लटक रहे हैं। पार्क की चारदीवारी कई जगह से क्षतिग्रस्त होने से मवेशी पार्क में घुस कर घास व पेड़ पौधों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। बैंच व बिजली के खंभे टूटे हुए हैं।
प्रभावित लोगब्लॉक में मकान करीब 300 आबादी – 15 से 20 हजारसुबह सैर करने वाले वरिष्ठजन- 300 बच्चे व युवा- 1000 (अनुमानित) —————————————————————— श्रमिकों के डेरे-झोंपडि़यां हरिभाऊ उपाध्याय नगर (विस्तार) सिने वर्ल्ड से मंगलम की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित सार्वजनिक पार्क में घास के नाम पर बजरी नजर आती है। फव्वारे व बच्चों के लिए लगाए झूले क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पौधे जल चुके हैं। एक हिस्से में ठेकेदार के श्रमिकों के डेरे व झोंपडि़यां बनी हैं। क्षेत्रवासी भावनदास ने बताया कि पार्क उजड़ गया है। एक बार क्षेत्रवासियों के सहयोग से इसकी सफाई की थी बाद में हालात बिगड़ते चले गए।
———————————————————- इनका कहना है पार्क की चारदीवारी टूटी है। इससे यहां मवेशी घुस जाते हैं। पेड़ पौधे व घास नष्ट हो गई है। बच्चों के झूले टूटे पडे हैं। ताराचंद चौहान
लाइट के खंभे गिरे हुए हैं। बिजली के तार लटक रहे हैं, जिससे हादसे की संभावना बनी सहती है। ओपन जिम के कई उपकरण टूटे हैं। प्रकाश पारवानी घास उडड़ गई है। पेड़-पौधों के रखरखाव नहीं होता। क्षेत्रवासी कचरा एकत्र कर जलाते हैं। कचरा उठाने वाले आते नहीं आते।
राजकुमार वर्मा पार्क में लगे विद्युत पोल टूट गए हैं बिजली के तार लटके हैं। पास के एक अन्य पार्क में श्रमिकों ने डेरे डाल रखे हैं। वहां भी सुबह की सैर करने व घूमने नहीं जा सकते।
रतनलाल शर्मा ——————————————————– प्रभावित लोगब्लॉक में मकान करीब 500 आबादी – 20 हजार सुबह सैर करने वाले वरिष्ठजन – 200 से अधिक बच्चे व युवा – 1500 (अनुमानित)