ओरण क्षेत्र में गोडावण का राज्य पक्षी का झुंड में स्वच्छंद विचरण
पोकरण क्षेत्र के भादरिया-धोलिया ओरण क्षेत्र में आए दिन झुंड में गोडावण नजर आ रहे है, जिससे वन्यजीवप्रेमियों में उत्साह देखने को मिल रहा है।
पोकरण क्षेत्र के भादरिया-धोलिया ओरण क्षेत्र में आए दिन झुंड में गोडावण नजर आ रहे है, जिससे वन्यजीवप्रेमियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार 40 से 60 गोडावण पोकरण क्षेत्र के धोलिया-भादरिया ओरण, पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज, खेतोलाई गांव के पास ओरण, गोचर व विश्नोई समाज के लोगों के खेतों एवं आवासों के आसपास और गोमट व रामदेवरा में वन विभाग के संरक्षित क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। यहां खेतोलाई, धोलिया गांवों के आसपास बढ़ती संख्या के चलते गोडावण झुंड के रूप में नजर आने लगे है। वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी ने बताया कि गोडावण शर्मिला पक्षी है। ऐसे में मानव आबादी से दूर रहता है। उन्होंने बताया कि धोलिया-भादरिया ओरण क्षेत्र में गोडावण अच्छी संख्या में है। यहां आए दिन झुंड के रूप में इन्हें देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि बुधवार को बर्ड वॉचिंग के दौरान उन्हें चार गोडावण पक्षी झुंड के रूप में विचरण करते नजर आए, जिनके फोटो भी उन्होंने लिए हैं। क्षेत्र के अलावा खेतोलाई गांव के आसपास भी गोडावण देखे जा रहे है। उन्होंने बताया कि विश्नोई समाज के लोग वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर कार्य कर रहे है।
गोडावण की विशेषताएं
- गोडावण राजस्थान का राज्यपक्षी है, जिसे 1981 में राज्यपक्षी घोषित किया गया था।
- गोडावण बड़ा और फुर्तीला पक्षी है। इसकी ऊंचाई करीब एक मीटर होती है।
- गोडावण के पैर लंबे व गर्दन शतुरमुर्ग जैसी होती है।
- गोडावण के सिर व गर्दन का रंग पीला होता है और ऊपर काली टोपी होती है।
- इसके पंखों पर काले, भूरे रंग के निशान होते है।
- नर गोडावण की लंबाई करीब 1.1-1.20 मीटर और वजन 8-18 किलो होता है।
- मादा गोडावण नर से छोटी होती है और इसका वजन 3.5 से 6.75 किलो तक होता है।
- गोडावण की दृष्टि बहुत तेज होती है और 1.5 किलोमीटर दूर से शिकार को देख सकता है।
- गोडावण सर्वाहारी पक्षी है। यह गेहूं, ज्वार, बाजरा जैसे अनाज और बैर जैसे फल खाता है। इसके अलावा टिड्डी, सांप, छिपकली, बिच्छु भी खा लेता है।
Hindi News / Jaisalmer / ओरण क्षेत्र में गोडावण का राज्य पक्षी का झुंड में स्वच्छंद विचरण