यह आदेश सोमवार शाम पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा ने 32वें सड़क सुरक्षा के पहले दिन के फीडबैक के बाद जिलेभर के थानाधिकारियों को दिए। उन्होंने आदेश में बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों व मृतकों की संख्या को देखते हुए घायलों के उपचार एवं मानवीय संवेदनाओं के मद्देनजर पुलिस की पहली प्राथमिकता घायल को निकटतम अस्पताल में उपचार के लिए पड़ोसी, प्रत्यक्षदर्शी, राहगीर की सहायता से भर्ती करवाया जाना है। ऐसे मददगार लोग कानूनी पेचीदगी के कारण अपना नाम-पता बताने से या बयान देने से इनकार करते हैं। ऐसे मामलों में घायलों की सहायता करने वालों को अनुसंधान अधिकारी थाने पर नहीं बुलाकर स्वयं उनके निवास पर जाकर अनुसंधान कर सकता है।
प्रचार-प्रसार के आदेश
एसपी शर्मा ने आदेश को आमजन में पर्याप्त प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। जिससे आमजन के मन से संशय दूर हो। इससे सड़क दुर्घटना में घायल को समय पर इलाज व सहायता मिल सकेगी। वहीं प्रकरणों में अभियोजन में मजबूती मिलेगी।