उल्लेखनीय है कि बसेड़ी क्षेत्र में संचालित होने वाली फर्जी पशुहाट को लेकर इसके संचालक गांव सलेमपुर निवासी ब्रजराज सिंह ने सोश्यल मीडिया के जरिए हाट फिर शुरू होने की बात कहते हुए यहां पशुपालकों को आने के लिए अपील की थी। सूचना मिलने स्थानीय पुलिस पहुंचने पर हाट संचालक व उसके समर्थकों ने इस बात का विरोध किया। इसी क्रम में हाट संचालक अपने समर्थकों के साथ जूलुस निकालते हुए पंचायत भवन पर पहुंच गए और यहां जमकर हंगामा किया। विकास अधिकारी के वहां नहीं होने पर संचालक समर्थकों के साथ उनके सरकारी आवास पर पहुंच गया। यहां दरवाजे को तोड़ दिया और घर पर जमकर हंगामा करते हुए विकास अधिकारी के पत्नी व बच्चों से र्दुव्यवहार किया। घटना के सीसीटीवी कैमरे में फुटेज भी है। इस संबंध में विकास अधिकारी ने थाना पुलिस को शिकायत दी है।
एसपी व डीएम पहुंचे बसेड़ी, कार्मिकों ने साधी चुप्पी घटनाक्रम के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए शुक्रवार को जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत व जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल बसेड़ी पहुंचे। यहां दोनों अधिकारियों ने घटनाक्रम के बारे में पंचायत समिति कार्यालय के कार्मिकों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी जुटाई, लेकिन कोई भी कार्मिक आरोपियों के संबंध में बोलने का तैयार नहीं हुआ। इसके बाद दोनों अधिकारी विकास अधिकारी के घर पहुंचे और यहां उसकी पत्नी व बच्चों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी जुटाई। दोनों अधिकारियों ने विकास अधिकारी के घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखते हुए आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई। दोनों अधिकारियों ने घटनाक्रम से जुड़े सभी आरोपियों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए। आरोपियों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा।
मामले में आठ आरोपी गिरफ्तार घटनाक्रम में संबंध में विकास अधिकारी ने थाना पुलिस को लिखित शिकायत दी है। इसमें घटनाक्रम के दौरान गांव सलेमपुर निवासी ब्रजराज सिंह व उसके पुत्र दीपक परमार, विवेक परमार, शिवचरण परमार निवासी रामफल का पुरा,रॉकी निवासी गांव नवलूपुरा, यश निवासी तुरसीपुरा, जगदीश निवासी हरजीपुरा, संदीप निवासी रामफल का पुर व अवधेश कुमार आदि की पहचान की है। पुलिस ने इसमें आठ आरोपियों को गुरूवार को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें शुक्रवार को एससीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।