धौलाभाटा चौराहे से पुराना टैम्पो स्टैंड, धौलाभाटा चौराहे से पानी की टंकी, धौलाभाटा टैम्पो स्टैंड से मेयो जीएएस तक। क्रिश्चियनगंज चौकी से गुलाबगैस एजेंसी तक, मूकबधिर विद्यालय से रीजनल कॉलेज जीएसएस तक,बीएसएनएल ऑफिस से मित्तल हॉस्पिटल तक,जेएलएन जीएसएस से शास्त्री नगर चौकी,पंचशील विद्युत भवन से पृथ्वीराज नगर, राजकीय विद्यालय से साईंबाबा मंदिर अजय नगर,तोपदड़ा चर्च से तोपदड़ा फाटक तक, सुभाष नगर रोड, माकड़वाली रोड का कुछ भाग,महावीर सर्किल से वैशाली नगर,कचहरी रोड,गांधी भवन सहित शहर की 19 प्रमुख सडक़ों व चौराहों को पोललैस किया गया है।
हजारीबाग जीएसएस से केसरगंज, मार्टिंडल ब्रिज से 9 नम्बर पेट्रोल पम्प,मार्टिंडल ब्रिज से राजासाइकिल चौराहा, राजा साइकिल से 9 नम्बर पेट्रोल पम्प मेयो लिंक,सुभाषनगर चुंगी से हजारी बाग जीएसएस, हाथीभाटा पावर हाउस से केंद्रीय बस स्टैंड, बस स्टैंड से गांधी भवन, जीसीए से गांधी भवन स्टेशन रोड, आगरागेट से चूड़ीबाजार वाया नया बाजार, बजरंगगढ़ से जीपीओ गांधी भवन, क्लॉक टावर से गांधी भवन वाया मदार गेट, माकड़वाली रोड, गौरवपथ,आनासागर चौपाटी से जवाहर रंगमंच,जवाहर रंगमंच से बस स्टैंड,बस स्टैंड से घूघरा घाटी, सिविल लाइंस,’योतिबा फुले सर्किल से बजरंगगढ़,फव्वारा सर्किल से आनासागर पुलिस चौकी तक 11 केवी लाइन भूमिगत की जा चुकी है।
सडक़ों के पोललैस होने से शहर की सुंदरता में बढ़ोतरी हो रही है। तारों के जाल हटने से सडक़ें व बाजार साफ-सुथरे लगते हैं। दुर्घटना की आशंका कम हो जाती है। आंधी तूफान में फाल्ट नहीं आता। बिजली के खंभों पर व्यर्थ की प्रचार सामग्री लगाने और पतंग-डोरी उलझने की समस्या खत्म हो जाती है। आरएमयू लगाने से लोकल छोटा सेक्शन काट कर काम चालू किया जा सकता है। छोटे काम के लिए बड़ा शटडाउन लेने की जरूरत नहीं पड़ती। ओवरहैड लाइन की तुलना में बिजली की छीजत आधी ही रह जाती है।