कार्यक्रम के शुभंकर का विमोचन महापौर धमेन्द्र गहलोत तथा पार्षदों ने किया। हालांकि शुभंकर देख व खुद भी चौंक गए। शुभंकर के रूप में निगम में पिछले साल घमसान मचाने वाले 13 व्यावसायिक नक्शा प्रकरण को दर्शाया गया। इसमें जहां महापौर हाथ जोड़े नजर आ रहे हैं वहीं आयुक्त उन्हें उंगली दिखा चेताती नजर आ रही है। निगम पार्षर्दों द्वारा सफाई कर्मचारियों के नाम पर लिफाफा लेने तथा रिश्वत प्रकरण में एसीबी के हत्थे चढ़ी अधिकारी का मामला ठहाके का केन्द्र बना रहा। सीमा राजस्थानी ने भवई राजस्थानी नृत्य 101 घड़े रखकर प्रस्तुत किया। उन्होनें सिर पर आग लगाकर चाय बनाना के नृत्य भी प्रस्तुत किया। पार्षद कुंदन वैष्णव व रमेश सोनी ने गीत प्रस्तुत किया।
इस दौरान पार्षदों व निगम कर्मचारियों व अधिकारियों का बुरा ना मानो होली है के अंदाज में नामकरण भी किया गया। महापौर को ‘टाइगर अभी जिंदा है तो आयुक्त ‘अंग्रेजों के जमाने की जेलर रेखा जैसवानी के लिए ‘अभी अंदर है बाद में देना तथा सत्य नारायण बोहरा के लिए ‘अब तेरा क्या होगा कालिया जैसे सम्बोधनों से सम्बाधित करते हुए इसे बुरा ना मानों होली है बताया गया। पार्षद चन्द्रेश सांखला के लिए ‘मै लेता हूं…. तो पार्षद वीरेंन्द्र वालिया के लिए ‘ये बेचारा…… इसका मारा बताया गया।
कार्यक्रम में महापौर धर्मेद गहलोत को महामूर्खाधिराज के अवार्ड से नवाजा गया। जबकि मूर्खराज की उपाधि से उप महापौर सम्पत सांखला, उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, पार्षद सुनील केन,रमेश सोनी, समीर शर्मा, गीतांजलि राठौड़, द्रौपदी कोली, चन्द्र शेखर बालोटिया, सचिव पवन मीणा तथा स्वास्थ्य अधिकारी रूपा राम को नवाजा गया।
विधानसभा के चतुर्थ सत्र की शनिवार को होने वाली बैठक के कारण सभी नगर निकाय कार्यालय खुले रहेंगे। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव उज्जवल सिंह राठौड़ ने इस सम्बन्ध में को आदेश जारी किए।