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अजमेर में उठाइए हैंगिंग ब्रिज का लुत्फ, भूल जाएंगे चीन और बेबीलोनिया

हैगिंग ब्रिज को लोहे के तारों से जोड़ा जाएगा यह पानी में तैरता रहेगा हालाकि इसे फिक्स कर दिया जाएगा इस ब्रिज की लंबाई 82 फीट है।

अजमेरJun 12, 2018 / 05:54 am

raktim tiwari

hanging bridge

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आनासागर झील की परिधि में बनने वाली चौपाटी अपना आकार लेने लगी है। झील के चारों ओर भ्रमण के लिए बनाए जा रहे पाथ-वे का अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है। क्रिश्चियनगंज क्षेत्र में चौपाटी लगभग तैयार है इसे लोहे हैंगिग ब्रिज (पानी में झूलता पुल) से पुरानी चौपाटी से जोड़े जाने का कार्य अंतिम चरण में है।
वहीं लवकुश उद्यान पर झील किनारे दो मंजिला कैफेटेरिया निर्माणाधीन है। यहां बने रेस्टोरेंट में सैलानी व पर्यटक चाय-समोसे संग झील को निहारने का आनंद ले सकेंगे। वहीं रामप्रसाद घाट का नजारा भी अब बदल चुका है। यहां चौपाटी का पाथ-वे बन चुका है जो आगे पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली होते हुए सीवरेज प्लांट तक चौपाटी का पाथ-वे बन जाएगा।
आने वाले दो तीन माह में झील को लगभग चारों ओर करीब 8.2 किलोमीटर की परिधि के अधिकांश हिस्से में पैदल भ्रमण किया जा सकेगा। पाथ-वे के आकर्षण का केन्द्र सर्किट हाउस की पहाडिय़ों से झील में बहता झरना होगा। इसका काम भी अंतिम चरण में है।
हैंगिंग ब्रिज आनासागर झील पर बनी चौपाटी व क्रिश्चियनगंज क्षेत्र में हाल ही में बनी नई चौपाटी को लोहे के हैंगिंग ब्रिज से जोड़ा जाएगा। इससे आनासागर बारादरी, धोबी घाट व पुरानी चौपाटी से होते हुए नई चौपाटी तक पहुंचा जा सकेगा। हैगिंग ब्रिज को लोहे के तारों से जोड़ा जाएगा यह पानी में तैरता रहेगा हालाकि इसे फिक्स कर दिया जाएगा इस ब्रिज की लंबाई 82 फीट है। इसकी लागत 25 लाख रुपए है।
दुमंजिला कैफेटेरिया

लवकुश उद्यान पर दो मंजिला कैफेटेरिया बनाया जा रहा है इसमें ऊंचाई पर चाय नाश्ते संग झील को निहारने का आनंद लिया जा सकेगा। यहां सनसेट का नजारा व बोटिंग का आनंद लिया जा सकेगा। कैफेटेरिया भवन का डिजाइन आधुनिक होने के साथ प्राचीन व ऐतिहासिक भवन जैसे गोल आर्क बनाए जा रहे जिससे सैलानियों को बारादरी सरीखी ऐतिहासिक भवन का अनुभव हो सके।
रामप्रसाद घाट का बदला नजारा

राम प्रसाद घाट पर अब कोई भी नहाता नजर नहीं आएगा। यहां पर अब पाथ-वे का निर्माण कर दिया गया है। पाथ-वे लवकुश उद्यान व आनासागर बारादरी से जोड़ेगा जिससे पर्यटक खुले में झील को निहार सकेंगे। राम प्रसाद घाट पर बने पाथ-वे से झील का विशाल रूप देखा जा सकेगा। झरना रहेगा आकर्षण का केन्द्र सर्किट हाउस की पहाडिय़ों से झील की ओर (धोबी घाट के निकट) कृत्रिम झरना भी पाथ-वे के आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इसमें पानी को पंप से लिफ्ट कर उपर बने कृत्रिम डेम तक पहुंचाया जाएगा। जब वह ओवर फ्लो हो जाएगा तो पहाडिय़ों से झरने के रूप में दुबारा झील में आकर गिरेगा। यह कार्य भी प्रगति पर है।
11.69 करोड़ होंगे खर्च

निर्माण करने वाली एजेंसी राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम ( आरएसआरडीसी ) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेश मोदी ने बताया कि इसमें हृदय योजना के अंतर्गत करीब 11.69 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कार्य मार्च 2019 में पूरा होने का लक्ष्य है। इसके तहत आनासागर झील के चारों ओर 1300 मीटर लंबा पाथ वे निर्माण किया गया है। वाक-वे की दीवार को इतना ऊंचा रखा गया है कि दीवार पर बैठकर भी झील को निहारा जा सकेगा। पाथ वे पर हैरिटेज लाइट, कूड़ादान, बिजली के खंबे, टॉयलेट, कैफेटेरिया, बनाया जाएगा। कैफेटेरिया लवकुश उद्यान पर 9000 वर्गफुट पर बरामदानुमा संरचना में बनाया जा रहा है। इसे सुंदर घुमावदार रास्ते से पाथ-वे से जोड़ा गया है।
सागर विहार पाथ-वे तक जुड़ेगा
संरक्षण के तहत आरएसआरडीसी की ओर से चौपाटी निर्माण कराया जा रहा है। विश्राम स्थली से होते हुए सीवरेज प्लांट तक चौपाटी बनेगी। रीजनल कॉलेज के सामने पहले ही चौपाटी बन चुकी है। जबकि सागर विहार कॉलोनी के पीछे पाथ-वे भी बनाया जा चुका है। मात्र जी मॉल के पीछे से सागर विहार पाथ-वे तक के बीच का लिंक जोड़े जाने के भी प्रस्ताव है। शेष भाग में लगभग चौपाटी बन कर तैयार है। माना जा रहा है 15 अगस्त को चौपाटी व सुभाष पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री कर सकती हैं।

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