निरस्त हुई वन्य जीव गणना
प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरिंदम तोमर ने आदेश जारी कर बताया कि अधिकांश इलाकों में बरसात होने से इस साल वन्य जीव गणना नहीं होगी। अब साल 2024 में ही गणना कराई जाएगी। मालूम हो कि वनकर्मी विभिन्न क्षेत्रों में मचान बांधकर वन्य जीव की गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
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यह थी पिछली गणना की स्थिति
रोजड़ा (नील गाय) -3 हजार, लंगूर-1500, पैंगोलिन नेवला-250, जंगली सूअर-150, मोर-3500 सियार-गीदड़-450, चार-पांच साल से जिले में पैंथर भी चिह्नित किए गए हैं।
यह वन्य जीव विलुप्त
जिले में बाघ, चिंकारा, चीतल, सारस, मछुआरा बिल्ली, गिद्ध, उडऩ गिलहरी, काला हरिण, जंगली मुर्गा, चौसिंगा विलुप्त हो चुके हैं।