शहर में चोरी-छिपे मादक पदार्थों की खेप (drug deal) पहुंचना जारी है। दरगाह इलाके (dargah area) में आमाबाव तालाब (pond), जालियान कब्रिस्तान (graveyard) और आसपास के इलाकों में नशे के कारोबारी (drug dealers) सक्रिय हैं। अफीम, स्मैक (smack), ब्राउन शुगर (brown sugar) और अन्य मादक पदार्थों का कारोबार हो रहा है।
शहर (urban area)और ग्रामीण इलाके (rural area) में नशे का कारोबार धीरे-धीरे पैर पसार चुका है। अजमेर धीरे-धीरे उड़ता पंजाब (udta punjab ) बनने की ओर अग्रसर है। यहां कई नाबालिग (minors) और नौजवान (youth) मादक पदार्थों की जकड़ (drug edict) में है। खानाबदोश बच्चे व्हाइटनर सूंघते देखे जा सकते हैं। बाल कल्याण संरक्षण आयोग (child welfare protection commission) की पूर्व अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी (manan chaturvedi) ने अजमेर का दौरा कर ऐसे बच्चों को चिन्हित भी किया था।