फैक्ट फाइल – 100 से अधिक औद्योगिक इकाइयां
– 5-7 में होने लगा कामकाज – 10 हजार से अधिक लोग जुड़े हैं
यह आएगी समस्या – 33 प्रतिशत श्रमिक सीमा से काम पर असर
– गांवों के श्रमिक होने से आवाजाही में असुविधा – उत्पादन के लिए कच्चे माल की आपूर्ति – मांग व समय पर भुगतान की अनिश्चितता – अधिकांश सप्लाई राज्यों के बाहर
– कार्मिकों को वेतन भुगतान का संकट
काम शुरू किया, अब आएगी तेजी कोरोना संक्रमण के कारण 19-20 मार्च से ही प्रोडक्शन बंद था। वापस शुरू किया जा रहा है। श्रमिकों की आवाजाही के लिए पास बनाए जा रहे हैं। कार्मिकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सरकार की ओर उद्योगों के लिए ओर कदम उठाए जाने चाहिएं, जिससे उद्योग गति पकड़ सके।
– यशवंत शर्मा, एमडी भगवती मशीन प्रा.लि. सरकार को देनी चाहिए रियायत सरकार को उद्योगों को टैक्स आदि में रियायत देनी चाहिए। काम बंद था, अब उसे फिर से शुरू कर रहे हैं। कच्चे माल की उपलब्धता और तैयार माल की आपूर्ति अन्य राज्यों में होने से असुविधा हो सकती है। औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन के लिए पूरे कार्मिक होने पर ही सही तरह से उत्पादन शुरू हो सकता है। इसमें अभी समय लगेगा।
– रूपेन्द्र कुमार, एमडी स्वास्तिक इंजीनियरिंग प्रा.लि.