संभागीय मुख्यालयों पर बोर्ड कार्यालय खोलने की बातों को निराधार बताते हुए कहा कि कल्ला नेे कहा कि पाठ्यक्रम और शैक्षिक समन्वयन के लिए केंद्र बनाए जाने प्रस्तावित हैं। ना बोर्ड का कोई स्टाफ यहां से जाएगा ना कोई इसकी आवश्यकता है।
बोर्ड की दसवीं-बारहवीं की परीक्षाओं के आयोजन से जुड़े सवाल पर डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य के 25 जिलों में कोरोना की तीसरी लहर के चलते प्रायोगिक परीक्षाएं स्थगित की गई हैं। परिस्थितियां अनुकूल हुई तों इन्हें फरवरी या इसके बाद कराया जाएगा। दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं मार्च में प्रस्तावित हैं। राज्य में कोरोना फैलाव और परिस्थिति के अनुसार परीक्षाएं कराने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
डॉ.कल्ला नेे कहा कि कोरोना संक्रमण में ऑनलाइन-डिजिटल शिक्षा अहम हो गई है। 5 हजार स्कूल में ऑनलाइन शिक्षण शुरू हो चुकी है। 7500 स्कूल में डिजिटल शिक्षा के लिए कामकाज जारी है। सरकार आगामी दो साल में सीनियर सेकंडरी स्तर के सभी स्कूल में ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन शिक्षण संसाधन उपलब्ध करा देगी।
डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य में शिक्षकों के तबादलों के लिए नई नीति तैयार की गई है। इसके अनुसार ही तबादले किए जाएंगे। राज्य में रीट के माध्यम से 32 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सीएम गहलोत ने 20 हजार शिक्षकों की भर्ती रीट के माध्यम से कराने का ऐलान किया है।