-10 जून को जोधपुर एसीबी ने परिवादी की सीताराम की शिकायत पर पार्षद बोहरा के साथी व बिचौलिए भरत मंगल और सुरेन्द्र उर्फ सुनिल लखारा को गिरफ्तार किया। जबकि पार्षद बोहरा व सुरेन्द्र कुमार सोनी भूमिगत हो गए।
-16 जून को पार्षद कुलदीप बोहरा ने एसीबी कोर्ड में सरेंडर कर दिया। 17 को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
-24 अगस्त सुबह पार्षद सुरेन्द्र कुमार सोनी ने एसीबी में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
ब्यावर नेहरू गेट कृष्णा कॉलोनी निवासी परिवादी सीताराम साहू ने जोधपुर एसीबी को पार्षद कुलदीप बोहरा, सुरेन्द्रकुमार सोनी व दलाल(बिचौलिया) भरत मंगल की ओर से दो साल पहले किए निर्माण को नियमित कराने की एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत दी। एसीबी ने 17 मई को सत्यापन किया। सत्यापन में आरोपियों ने परिवादी की दुकान अवैध बताते हुए 4 लाख रुपए रिश्वत मांगी। सौदा ढाई लाख में तय हुआ। एसीबी निरीक्षक अमराराम ने 10 जून को ट्रेप कार्रवाई की। पार्षद बोहरा व दलाल भरत मंगल ने रकम स्वयम् ना लेते हुए परिचित सुरेन्द्र उर्फ सुनिल लखारा को दिलवाई। एसीबी ने सुरेन्द्र उर्फ सुनिल को ब्यावर श्रम कार्यालय के पास रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया। सुरेन्द्र के बुलाने पर बिचौलिया भरत मंगल घटनास्थल पर आया। एसीबी ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।