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रिश्वत प्रकरण में ब्यावर के फरार पार्षद को एसीबी ने किया गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल

ब्यावर नगर परिषद पार्षद रिश्वत प्रकरण : आरोपी की दो माह से थी तलाश, पूर्व में साथी पार्षद व दो युवक हो चुके है गिरफ्तार

अजमेरAug 24, 2021 / 04:58 pm

manish Singh

रिश्वत प्रकरण ब्यावर के फरार पार्षद गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल

रिश्वत प्रकरण ब्यावर के फरार पार्षद गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल

अजमेर.
ब्यावर नगर परिषद के भाजपा पार्षद सुरेन्द्र कुमार सोनी ने मांगलवार सुबह अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में समर्पण कर दिया। सोनी की एसीबी को दो माह से तलाश रही थी। सोनी पर नगर परिषद ब्यावर में अवैध निर्माण को नियमित कराने की एवज में ढाई लाख की रिश्वत मांगने का आरोप है। इससे पूर्व एसीबी ने सोनी के साथी पार्षद कुलदीप बोहरा और दो प्राइवेट व्यक्ति को गिरफ्तार कर चुकी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(एसीबी अजमेर) सतनाम सिंह ने बताया कि नगर परिषद ब्यावर में अवैध निर्माण को नियमित करवाने की एवज में ढाई लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप में फरार चल रहे वार्ड 19 के पार्षद सुरेन्द्र कुमार सोनी ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया। एसीबी ने सोनी की गिरफ्तारी व पड़ताल के बाद उसे अदालत में पेश किया। जहां से उसे 6 सितम्बर तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।
यूं चला घटनाक्रम
-10 जून को जोधपुर एसीबी ने परिवादी की सीताराम की शिकायत पर पार्षद बोहरा के साथी व बिचौलिए भरत मंगल और सुरेन्द्र उर्फ सुनिल लखारा को गिरफ्तार किया। जबकि पार्षद बोहरा व सुरेन्द्र कुमार सोनी भूमिगत हो गए।
-16 जून को पार्षद कुलदीप बोहरा ने एसीबी कोर्ड में सरेंडर कर दिया। 17 को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
-24 अगस्त सुबह पार्षद सुरेन्द्र कुमार सोनी ने एसीबी में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
यह है मामला
ब्यावर नेहरू गेट कृष्णा कॉलोनी निवासी परिवादी सीताराम साहू ने जोधपुर एसीबी को पार्षद कुलदीप बोहरा, सुरेन्द्रकुमार सोनी व दलाल(बिचौलिया) भरत मंगल की ओर से दो साल पहले किए निर्माण को नियमित कराने की एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत दी। एसीबी ने 17 मई को सत्यापन किया। सत्यापन में आरोपियों ने परिवादी की दुकान अवैध बताते हुए 4 लाख रुपए रिश्वत मांगी। सौदा ढाई लाख में तय हुआ। एसीबी निरीक्षक अमराराम ने 10 जून को ट्रेप कार्रवाई की। पार्षद बोहरा व दलाल भरत मंगल ने रकम स्वयम् ना लेते हुए परिचित सुरेन्द्र उर्फ सुनिल लखारा को दिलवाई। एसीबी ने सुरेन्द्र उर्फ सुनिल को ब्यावर श्रम कार्यालय के पास रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया। सुरेन्द्र के बुलाने पर बिचौलिया भरत मंगल घटनास्थल पर आया। एसीबी ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

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