एसपी वंदिता राणा के बताया कि वारदात की गंभीरता के मद्देनजर उप महानिरीक्षक अजमेर रेंज ओमप्रकाश के आदेशानुसार एएसपी (ग्रामीण) डॉ. दीपक कुमार शर्मा व कार्यवाहक सीओ किशनगढ़ ग्रामीण महिपालसिंह चौधरी के निर्देशन में सोमवार को वारदात के मास्टर माइंड व मुख्य आरोपी हार्डकोर अपराधी बलभाराम जाट को प्रोडक्शन वारंट पर घूघरा हाई सिक्योरिटी जेल से गिरफ्तार किया।
16 मामले दर्ज
बलभाराम के खिलाफ हत्या, डकैती व मारपीट के 16 प्रकरण दर्ज है। पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच ईनामी समेत 26 आरोपियों को गिरफ्तार कर 2 बाल अपचारियों को निरुद्ध किया है। अन्य आरोपियों की तलाश है।
यह है मामला
22 सितम्बर को रूपनगढ में फायरिंग व हत्या और आगजनी की वारदात में रूपनगढ़ निवासी जीवण खां ने रिपोर्ट दी कि उसके भाई व अन्य लोगों की जैन छात्रावास रूपनगढ के पास दुकानों की कब्जाशुदा जमीन है। 22 सितम्बर को जमीन की साफ-सफाई व निर्माण कार्य के दौरान झोल की ढाणी निवासी नारू उर्फ नाहरसिंह ने जमीन पर बी.आर.सी. ग्रुप का कब्जा बताने पर दोनों पक्ष में कहासुनी हो गई। कुछ देर बाद बीआरसी ग्रुप के हथियारबंद 25-30 लोगों ने जमीन पर कब्जा करने के लिए जानलेवा हमला कर वाहनों में आग लगा दी। हमले में की गई फायरिंग में उसके भाई भीलवाड़ा निवासी शकील की मृत्यु हो गई जबकि ठेकेदार नारायण कुमावत घायल हो गया।