अजमेर में बिजली चोरी के मामले में विद्युत चोरी निरोधक थाने में 26 एफआईआर अगस्त में दर्ज हुई। किशनगढ़ 6, भीलवाड़ा 45, नागौर 58, मकराना 25, झुंझुनूं 12, खेतड़ी 14, सीकर में 38, रींगस 26, चित्तौडगढ़़ 16, बड़ी सादड़ी में 32, प्रतापगढ़ 23, बांसवाड़ा 15, डूंगरपुर 26, राजसमन्द 9, उदयपुर 21 तथा सलूम्बर में 22 एफआईआर दर्ज की गई। वहीं निगम ने अगस्त महीने में 2254 जगहों पर बिजली चोरी के संदेह पर छापे मारे।
इनमें से 1580 जगहों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। बिजली चोरों के खिलाफ 467.19 लाख का राजस्व निर्धारित करते हुए 219.92 लाख रुपए की वसूली की गई। पिछले डेढ़ महीने में निगम की विजिलेंस विंग की लेखा शाखा ने पुरानी वीसीआर का निस्तारण करते हुए लाखों रुपए निगम के खाते में डेबिट कराए हैं।
8 अभियंताओं को चार्जशीट बिजली चोरी पकडऩे में ढिलाई बरतने पर निगम ने विजिलेंस विंग के 8 अभियंताओं को चार्जशीट जारी की है। इनमें एक्सईएन कमलकांत शर्मा, कुलेश्वर सिंह, एईएन पी. के. माथुर, धर्मेन्द्र मित्तल, एल.आर. थोरी, विष्णु प्रकाश शर्मा, अनुराग पालीवाल तथा किरण कुमार शामिल हैं। निगम प्रबन्धन ने इनसे जवाब मांगा है।
बिजली चारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मुकदमे दर्ज करने के साथ ही उनका निस्तारण भी किया जा रहा है। एमडी के दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है। मुकेश सांखला, एडिशनल एसपी (विजिलेंस) अजमेर डिस्कॉम