सरकार किसानों को प्रतिमाह 833 रुपए और साल में 10 हजार रुपए का अनुदान (सब्सिडी) की बिजली बिलों में देती है। पूर्व में यह राशि किसान को उसके बिल के जरिए दी जाती थी, लेकिन अब यह किसान के बैंक खाते में डाली जा रही है। इसके लिए डिस्कॉम ने अपने सॉफ्टवेयर में भी बदलाव किया है।
अब भी दे सकते हैं बैंक खातों का ब्यौरा
अब भी दे सकते हैं बैंक खातों का ब्यौरा
निगम अधिकारियों का कहना है शेष बचे हुए किसान अभी भी अपने बैंक खाते का ब्यौरा दे सकते हैं, जिससे उन्हें उनके बैंक खाते में सीधे ही सब्सिडी की राशि दी जा सके। यदि उपभोक्ता की मृत्य हो चुकी है तो सभी वारिसान 50 रुपए के स्टाम्प पर अपनी सहमति व एक बैंक खाते का ब्यौरा देकर भी सब्सिडी ले सकते हैं। ब्लॉक सप्लाई वाले किसानों को ही सब्सिडी देय है, यदि किसी किसान का बकाया चल रहा है तो उसे सब्सिडी नहीं मिलेगी।
6 महीने में दी 119.51 करोड़ की सब्सिडी
6 महीने में दी 119.51 करोड़ की सब्सिडी
अजमेर डिस्कॉम ने चालू वित्तीय वर्ष के अक्टूबर माह तक कृषि उपभोक्ताओं को 119.51 करोड़ की सब्सिीडी बिजली बिलों में किसानों को दी हैं। अजमेर सिटी में 2.06 करोड़ रुपए, अजमेर जिले में 1.72 करोड़, भीलवाड़ा में 10.15 करोड़, नागौर 13.75 करोड़, उदयपुर में 7.08 करोड़, राजसमन्द 2.62 करोड़, चित्तौडगढ़़ 22.68 करोड़, प्रतापगढ़ 7.80 करोड़, बांसवाड़ा 2.38 करोड़, डूंगरपुर 5.76 करोड़, झुंझुनूं 21.54 करोड़ तथा सीकर में 22.20 करोड़ की सब्सिडी पिछले 6 माह में दी गई।
सरकार पर 1558.78 करोड़ की सब्सिडी बकाया अजमेर डिस्कॉम किसानों को 31 मार्च 2019 तक 1558.78 करोड़ रुपए सब्सिडी के रूप में दे चुका है, लेकिन सरकार इसकी भरपाई नहीं कर रही। अजमेर सिटी सर्किल में 24.64 करोड़, अजमेर जिले में 25.38 करोड़, भीलवाड़ा में 93.93 करोड़, नागौर 373.80 करोड़, उदयपुर में 67.94 करोड़, राजसमन्द 26.56 करोड़, चित्तौडगढ़़ 201.27 करोड़, प्रतापगढ़ 74.52 करोड़, बांसवाड़ा 30.14 करोड़, डूंगरपुर 40.25 करोड़, झुंझुनूं 271 करोड़ तथा सीकर 329.30 करोड़ की सब्सिडी किसानों को दी गई।