वे सोमवार को अहमदाबाद में रामकृष्ण मठ की ओर से आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मठ के स्वामी गौतमानंद महाराज, देश-विदेश से आए मठ और मिशन के संतगण, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल उपस्थित रहे। अहमदाबाद जिले की साणंद तहसील के लेखंबा गांव में मठ के नए प्रार्थना खंड की प्रतिष्ठा, साधु निवास का लोकार्पण भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 12 जनवरी 2025 को, स्वामी विवेकानंद की जयंती पर, युवा दिवस के अवसर पर दिल्ली में यंग लीडर्स डायलॉग का आयोजन होगा। इसमें देश से 2 हजार चयनित युवाओं को बुलाया जाएगा। युवाओं के दृष्टिकोण से विकसित भारत के संकल्प पर चर्चा होगी। युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए रोडमैप बनाया जाएगा। हमारा संकल्प है, हम आने वाले समय में एक लाख प्रतिभाशाली और ऊर्जावान युवाओं को राजनीति में लाएंगे। ये युवा 21वीं सदी के भारत की राजनीति का नया चेहरा बनेंगे। देश का भविष्य बनेंगे।
युवा शक्ति ही राष्ट्र की रीढ़
मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद मानते थे कि युवाशक्ति ही राष्ट्र की रीढ़ होती है। स्वामी जी ने कहा था-‘मुझे आत्मविश्वास और ऊर्जा से भरे 100 युवा दे दो, मैं भारत का कायाकल्प कर दूंगा’। अब समय है, हम वो ज़िम्मेदारी उठाएं। आज भारत विश्व का सबसे युवा राष्ट्र है। ये भारत की युवाशक्ति है, जो आज विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रही है। इसने भारत के विकास की कमान संभाली है। आज देश के पास समय भी है, संयोग भी है, स्वप्न भी है। इसलिए, हमें राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में नेतृत्व के लिए युवाओं को तैयार करने की जरूरत है।
स्वामी विवेकानंद टूरिस्ट सर्किट की रूपरेखा बना रही है सरकार
मोदी ने कहा कि गुजरात से स्वामी विवेकानंद के संबंधों की स्मृति में गुजरात सरकार स्वामी विवेकानंद टूरिस्ट सर्किट के निर्माण की रूपरेखा तैयार कर रही है। स्वामी विवेकानंद की जीवन यात्रा में गुजरात की बड़ी भूमिका रही। गुजरात में ही स्वामी को सबसे पहले शिकागो विश्वधर्म महासभा के बारे में जानकारी मिली थी। यहीं पर उन्होंने कई शास्त्रों का अध्ययन कर वेदांत के प्रचार के लिए अपने आप को तैयार किया था। 1891 के दौरान स्वामी पोरबंदर के भोजेश्वर भवन में कई महीने रहे। गुजरात सरकार ने ये भवन स्मृति मन्दिर बनाने के लिए रामकृष्ण मिशन को सुपुर्द किया है।