अटलादरा थाने में पीनल पटेल की ओर से दर्ज की गई शिकायत के अनुसार वर्ष 2014 में उसकी मां भव्यता ने भावनगर के तलाजा में रहने वाले केतन पटेल (नाकराणी) से शादी की। पिछले पति से तलाक के समय उसे 13 लाख रुपए नकद और 30-35 तोला सोना दिया गया। रुपए और सोने को लेकर केतन अपनी पत्नाी झगड़ा कर मारपीट करता था और जान से मारने की धमकी देता था।
पति की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग होकर भव्यता विदेश में रह रही अपनी बेटियों को फोन पर अपना दर्द बताती थीं। केतन से शादी के बाद वे अलग-अलग जगहों पर रहने लगे। 2017 से वह बीलगाम के एक फ्लैट में रह रहे थे। केतन कोई काम-काज नहीं करता था, इसलिए वह अक्सर छोटी-छोटी बातों पर रुपए की मांग को लेकर पत्नी से झगड़ता था।
केतन की प्रताड़ना से तंग होकर भव्यता ने पिछले दो महीने से तलाक के लिए कोर्ट में केस दायर किया था। उसे 5 लाख रुपए के दो चेक केतन ने दिए। और रुपए ना देने पड़े, इसलिए तलाक को लेकर झगड़ा करता था। यह बात भव्यता ने अपनी बेटी करिश्मा को बताई। 28 मई के बाद से पुत्र पीनल, बेटियां और अन्य रिश्तेदार लगातार भव्यता को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
अटलादरा के पीआई को फोन आया… मेरी मम्मी फोन नहीं उठा रही हैं, मुझे पुलिस की जरूरत है
परेशान होकर बारडोली में रहने वाले पुत्र पीनल को अटलादारा के पी आई एम.के. गुर्जर का नंबर मिला। 31 मई की रात करीब 10 बजे फोन किया और कहा कि मेरी मम्मी फोन नहीं उठा रही हैं, मुझे पुलिस की जरूरत है। कॉल मिलते ही अटलादारा के पी आई एम.के. गुर्जर ने तुरंत बीलगाम के उस फ्लैट पर पुलिस टीम भेजी। वहां पहुंचने पर फ्लैट का दरवाजा बंद था और अंदर से बदबू आ रही थी। इसलिए फायर ब्रिगेड की मदद लेकर ताला तोड़ा गया तो सोफे पर भव्यता का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। पुलिस ने जांच की तो यह स्पष्ट हो गया कि भव्यता की हत्या उसके पति केतन पटेल ने ही की है और पुलिस ने सबूत भी जुटा लिए। हालांकि पत्नी की हत्या करने के बाद हत्या का आरोपी पति केतन वडोदरा से अहमदाबाद और अहमदाबाद से फ्लाइट से दिल्ली भाग गया। दिल्ली पहुंचने के बाद वह ट्रेन से वाराणसी और वहां से गोरखपुर होते हुए नेपाल पहुंचा। उधर, हत्या के आरोपी को को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार निगरानी करती रही। जब पुलिस को पता चला कि हत्या का आरोपी केतन पटेल नेपाल से लखनऊ पहुंचा है, तो वडोदरा से एक टीम लखनऊ भेजी गई और केतन को पकड़ लिया गया।