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अहमदाबाद

कोरोना संकट काल में नशे के लिए कफ सीरप का उपयोग, दो आरोपी पकड़े

State monitoring cell, Gujarat, DGP, Ahmedabad, Cough syrup, Gujarat 5.50 लाख कीमत की खांसी की दवाई की बोतल जब्त, स्टेट मॉनीटरिंग सेल की बावला में कारवाई

अहमदाबादSep 03, 2020 / 10:03 pm

nagendra singh rathore

कोरोना संकट काल में नशे के लिए कफ सीरप का उपयोग, दो आरोपी पकड़े

कोरोना संकट काल में नशे के लिए कफ सीरप का उपयोग, दो आरोपी पकड़े

अहमदाबाद. कोरोना संक्रमण काल में लागू हुए लॉकडाउन के चलते नशे के लिए नशीले पदार्थों आसानी से बाजार में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में लोग नशे के लिए खांसी की दवाई (कफ सीरप) का उपयोग कर रहे हैं। खांसी की दवाई की बिक्री पर भी कोरोना के चलते कई पाबंदी और नियम लगाए गए हैं, उसके बावजूद भी नीति नियमों को ताक पर रखकर और लाइसेंस के बिना इन खांसी की दवाईयों को बेचने का मामला सामने आया है।
स्टेट मॉनीटरिंग सेल ने इस बाबत शिकायत मिलने पर जिले के बावला इलाके में दो गोदामों में दबिश देकर पांच लाख 50 हजार रुपए से ज्यादा की खांसी की अलग-अलग ब्रांड की दवाईयों की बोतलें जप्त की है।
इस मामले में बावला तहसील के चियाडा गांव निवासी किरण सिंह चौहान को पकड़ा गया है। उसे साथ लेकर और फूड एवं ड्रग विभाग की टीम को साथ में रखकर उसके बावला एपीएमसी मार्केट के पीछे स्थित गोदाम से कफ सीरप की 1169 बोतलें जब्त की हैं, जिनकी कीमत एक लाख 28 हजार रुपए है।
इसके अलावा बावला के अल्कापुरी निवासी मिहिर पटेल को भी पकड़ा है। उसके गोदाम से कफ सीरप की 3773 बोतलें बरामद की हंै, जिसकी कीमत चार लाख 44 हजार रुपए है।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि किरण एक साल से बिना लाइसेंस के इन कफ सीरप की फुटकर बिक्री कर रहा था। मिहिर के भाई का मेडिकल स्टोर था, जिसे फूड एवं ड्रग विभाग ने ऐसे ही आरोप के चलते रद्द कर दिया था। उसके बाद से ही मिहिर बिना किसी लाइसेंस के कफ सीरप बेच रहा था। उसने इसे अहमदाबाद के कागडापीठ निवासी भरत चौधरी के पास से खरीदा था।

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