इनके अलावा बैठक में राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण : भारत की अन्तर्निहित शक्ति का प्रकटीकरण विषय पर पारित प्रस्ताव मेंं कहा गया कि निधि समर्पण अभियान विश्व के इतिहास का सबसे बड़ा संपर्क अभियान सिद्ध हुआ। लगभग साढ़े 5 लाख से अधिक नगर-गावों के 12 करोड़ से अधिक रामभक्त परिवारों ने मंदिर निर्माण के लिए अपना समर्पण किया है। समाज के सभी वर्गों और मत-पंथों ने इस अभियान में बसहभागिता की है। अद्वितीय उत्साह व सहयोग के लिए प्रतिनिधि सभा की ओर से सभी रामभक्तों का अभिनंदन किया गया।
इसके अलावा कोविड महामारी के सम्मुख खड़ा एकजुट भारत विषय पर पारित प्रस्ताव में कहा गया कि कोविड-19 की चुनौती के संदर्भ में भारतीय समाज के उल्लेखनीय, समन्वित एवं समग्र प्रयासों को संज्ञान में लेते हुए तथा इसके भीषण परिणामों के नियंत्रण के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग की ओर से निभाई गई भूमिका के लिए प्रतिनिधि सभा अभिनंदन करती है। भारत के सम्पूर्ण समाज ने इस अनपेक्षित घटनाचक्र से पीडि़त करोड़ोंं लोगों की राशन, तैयार भोजन, स्वास्थ्य सेवा, यातायात, आर्थिक सहायता आदि अनेक माध्यमों से सहयोग कर सेवा, आत्मीयता एवं सामाजिक एकजुटता की एक नई गाथा रची है। विविध धार्मिक, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों तथा सामान्य जनों ने जरूरतमंदों के घर-घर तक पहुंचकर उन्हें आवश्यक सहयोग दिया।
प्रतिनिधि सभा की ओर से ऐसी सभी संस्थाओं तथा व्यक्तियों के नि:स्वार्थ एवं आत्मीयतापूर्ण व्यवहार के प्रति साधुवाद व्यक्त किया गया। प्रतिनिधि सभा ने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय समाज सतत दृढ़ता एवं निश्चय के साथ इस महामारी के दुष्प्रभावों से मुक्त होकर शीघ्र ही सामान्य जीवन को प्राप्त करेगा। हम सबको यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना के संकट से समाज अभी पूर्णतया मुक्त नहीं हुआ है। इस पृष्ठभूमि में संपूर्ण समाज से अपेक्षा है कि महामारी के उन्मूलन के लिए आवश्यक सूचनाओं व दिशानिर्देशों का कठोरतापूर्वक पालन करें।