हमें अपनी रणनीतिक संस्कृति को विकसित, मजबूत करने की आवश्यकता-डॉ. बिमल पटेल
अहमदाबाद. राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) के कुलपति डॉ. बिमल पटेल ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमें अपनी रणनीतिक संस्कृति को विकसित और मजबूत करने की आवश्यकता है।
वे आरआरयू की ओर से ‘बॉर्डर मैनेजमेंट और इंटेलिजेंस’ विषय पर हाल ही में आयोजित चार दिवसीय प्रोफेशनल डवलपमेंट प्रोग्राम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम का उद्देश्य केन्द्रीय अद्र्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) और पुलिस संस्थान के बेहतर अंतर-एजेंसी संपर्क और समन्वय के लिए एक शिक्षण मंच प्रदान करना है।
यह प्रोग्राम भारत की सीमा सुरक्षा को मजबूत करने से संबंधित मसलों पर केंद्रित था। स्कूल ऑफ इंटरनल सिक्यूरिटी एंड पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के तत्वावधान में सेंटर फॉर बॉर्डर मैनेजमेंट एंड इंटेलिजेंस की ओर से गत दिनों यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न सत्र भारत की सीमा सुरक्षा को मजबूत करने से संबंधित मसलों पर केंद्रित थे। इसमें विश्वभर से 65 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। प्रतिभागियों में विभिन्न सुरक्षा बलों और एजेंसियों के प्रतिनिधि, कई पुलिस बलों के सदस्य, शिक्षाविद और विद्वान शामिल थे। इस कार्यक्रम के दौरान आयोजित सत्रों को देश एवं विदेश की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी, सुरक्षा क्षेत्र के प्रोफेशनल्स एवं शिक्षाविद ने सम्बोधित किया।
कार्यक्रम के आयोजक और विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनल सिक्यूरिटी एंड पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के डीन डॉ. अक्षत मेहता ने कहा कि यह कार्यक्रम सीमा सुरक्षा और इंटेलिजेंस नेटवर्क को मजबूत करने के लिए नीति निर्माताओं को इनपुट प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।