डॉ. शर्मा के अनुसार पिछले एक दशक में brain stroke ब्रेन स्ट्रोक के 100 फीसदी मामले बढ़े हैं। हर वर्ष भारत में 18 लाख लोग स्ट्रोक से पीडि़त होते हैं, जो कुल रुग्णता का 30 फीसदी है। स्ट्रोक या brain attack ब्रेन अटैक तब होता है जब Brain मस्तिष्क में Blood रक्त का संचार विफल होने लगता है। हालांकि उनका कहना है कि देश में Stroke स्ट्रोक का बोझ जैसे जैसे बढ़ा है वैसे वैसे देखभाल प्रणालिया भी तेजी से विकसित हुई हैं। इस समस्या को लेकर जागरुकता, रोकथाम, ट्राइएज, उपचार और पुनर्वास पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
मरीजों में से 9 से 12 फीसदी को ही स्ट्रोक का एक्यूट उपचार मिलता है, शेष को स्ट्रोक के पुनर्वास की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि जायडस अस्पताल में शुरू किए गए विशेष क्लीनिक उन लोगों के लिए एक patient clinic आउट पेशेंट क्लीनिक है, जिन्हें हाल ही में स्ट्रोक या ट्रासिएंट इस्किमिक अटैक (टीआईए) के लक्षण मिले हैं, या उन्हें TIA टीआईए या Stroke स्ट्रोक होने का खतरा होता है।