जीसीआरआई अस्पताल निदेशक डॉ. शशांक पंड्या ने बताया कि कैंसर के कुछ मामलों में लोग जागरूक होने लगे हैं, जबकि कुछ मामलों में जागरूकता की अभी भी आवश्यकता है। जीसीआरआई के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में 14111 पुरुष, और 9584 महिलाओं समेत कुल 23695 केस पंजीकृत हुए थे। वर्ष 2022 में 14739 पुरुष और 10453 महिला सहित 25192 केस सामने आए। वर्ष 2023 में 14908 पुरुष और 10367 पुरुषों समेत 25275 मामले तथा वर्ष 2024 में 15301 पुरुष और 10655 महिलाओं के केस दर्ज किए गए।पुरुषों में मुंह, जीभ और फेफड़ों के सबसे ज्यादा मरीजजीसीआरआई के निदेशक डॉ. शशांक पंड्या ने बताया कि पुरुषों में मुंह, जीभ और फेफड़ों के कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। इनमें मुंह के कैंसर के वर्ष 2021 में 1726, वर्ष 2022 में 1826 ,वर्ष 2023 में 1880 और वर्ष 2024 में सितंबर तक 1457 मामले सामने आए हैं। दूसरे नंबर पर जीभ और तीसरे नंबर पर फेफड़ों के कैंसर के मामले हैं। इसका कारण तंबाकू का सेवन है।महिलाओं में स्तन, गर्भाशय और मुंह के मामले
चिकित्सक डॉ. आनंद शाह के अनुसार महिलाओं में स्तन, गर्भाशय मुख और मुंह के कैंसर के ज्यादा केस सामने आए हैं। वर्ष 2021 में स्तन कैंसर के 1385, वर्ष 2022 में 1451, वर्ष 2023 में 1359 और वर्ष 2024 (एक जनवरी से 30 सितंबर तक) 1133 मरीज सामने आए हैं। गर्भाशय मुख के वर्ष 2021 में 885, वर्ष 2022 में 893, वर्ष 2023 में 909 और वर्ष 2024 में 677 मामलों की पुष्टि हुई। महिलाओं में मुंह के केस भी वर्ष 2021 में 343, वर्ष 2022 में 401, वर्ष 2023 में 388 तथा इस वर्ष 2024 में 328 केस सामने आए थे।समय रहते उपचार भी संभवनिदेशक डॉ. शशांक पंड्या ने बताया कि कई तरह के कैंसर तो वंशानुगत भी हो सकते हैं , लेकिन कुछ ऐसे भी हैं , जिन्हें रोका जा सकता है। समय रहते डिटेक्ट होने पर उपचार से ठीक भी किया जा सकता है। आमतौर पर तंबाकू से होने वाले कैंसर से लोग चाहें तो बच सकते हैं। पुरुषों में यह कॉमन कैंसर है। महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे ज्यादा है,लेकिन जागरुकता, समय-समय पर जांच से इसे शुरूआती स्टेज में डिटेक्ट करने पर ठीक किया जा सकता है।