अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम सभी को इजरायल की खेती की प्रगति के बारे में जानकारी है। साथ ही जल संसाधन प्रबंधन व सिंचाई की भी यही स्थिति है। इजरायल ने यह दिखाया कि कैसे कृषि क्षेत्र को केन्द्र में रखकर देश को किस तरह परिवर्तित किया जा सकता है। वदराड स्थित इंडो-इजरायल सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस में दस हजार किसानों को प्रशिक्षित किया गया। यहां पर 35 हजार ने दौरा किया। गुजरात में तीन ऐसे केन्द्र हैं। वदराड में सब्जी के लिए, कच्छ में खजूर के लिए और तालाला में आम के लिए सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस है।
जय हिन्द, जय भारत, जय इजरायल : नेतान्याहू
इजरायलय के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू ने देवधोलेरा में आईक्रिएट सेन्टर के लोकार्पण अवसर पर कहा कि दोनों देश आईक्रिएट के समय ही पहली बार साथ नहीं आए। इजरायल ने वर्ष 2001 के राज्य में विनाशकारी भूकंप के दौरान भी कई फील्ड अस्पताल गठित किया था। इन्हीं अस्पतालों में कई बच्चों ने जन्म लिया था। उन्होंने कहा कि इजरायल भारत के साथ पानी, कृषि, स्वास्थ्य व लाइफ साइंस सहित सभी क्षेत्रों में साझीदार बनना चाहता है। उन्होंने अपने आठ मिनट संबोधन का अंत जय हिन्द, जय भारत, जय इजरायल से किया।
नेतान्याहू दंपत्ति ने चखा ढोकला, पातरा, उंधियू, लीलवा कचोरी , नवताड समोसा
बताया जाता है कि वेलकम ड्रिंक के रूप में उन्हें ग्लोरियोसा (नारंगी व अनानास जूस ) व मसाला छास दिया गया।
एपेटाइजर में उन्हें टम टम ढोकला, लीलवा पातरा, इजरायली सलाद, काला चने की चाट, चना जोर चाट, फ्रेश ग्रीन सलाद, दही वडा पेश किया गया। टमाटर पुदीना शोरबा का सूप का स्वाद चखा।
लंच में लीलवा कचोरी और नवताळ के समोसे पेश किए गए। साथ ही उत्तरायण के मौसम के हिसाब से उंधियू भी दिया गया। राजस्थानी गट्टे की करी, दाल तडक़ा, जीरा मटर पुलाव, फूलका, पराठा, पूड़ी, पापड़, अचार, चटनी भी सर्व किया गया। इसके बाद डेजर्ट में गाजर का हलवा, मुंहलबिया, कुल्फी पेश की गई और फिर पान भी पेश किया गया।