पश्चिम रेलवे के अधिकारियों को तत्काल आरक्षण के मामलों में नकली या रंगीन फोटोकॉपी टिकट पर यात्रा करनेवाले यात्रियों के सफर करने की जानकारी मिली थी। इसके मद्देनजर ही फ़्लाइंग स्कवॉड ने 9 व 10 सितम्बर को कई स्पेशल ट्रेनों में जांच की, जिनमें ऐसे मामले सामने आए।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि उत्तर और पूर्वीय दिशा के इलाकों से चलने वाली ट्रेनों में टिकटों की तत्काल बुकिंग के मामलों में अधिकतर ऐसी शिकायतों मिली थीं। बाद में पश्चिम रेलवे के सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक (टिकट चैकिंग) परवेज़ खान के नेतृत्व में ट्रेनों के चार्ट को स्कैन किया गया, जिसमें 500 किलोमीटर और उससे अधिक दूरी के पीआरएस काउंटरों से तत्काल में बुक टिकटों के पीएनआर टिकट और यात्रियों के विवरण छंटनी की गई।
ग्राउंडवर्क के बाद, कई ट्रेनों और पश्चिम रेलवे में उनके परिचालन वाले रेल खंडों में ट्रेनों के लिए नागदा इंटरचेंज और जलगांव इंटरचेंज के लिए दो टीमें बनाई गईं और औचक निरीक्षण किया गया। पश्चिम रेलवे के जलगांव- सूरत- वडोदरा- रतलाम खंड के बीच 9 और 10 सितम्बर जांच की गई।
ठाकुर ने बताया कि चैकिंग के दौरान फ्लाइंग स्कवॉड ने मुंबई की ओर अवध एक्सप्रेस में 20 यात्रियों का पता लगाया। इन यात्रियों के पास मूल यात्रा टिकट नहीं था। ये टिकट यात्रा प्रारंभ करने के स्टेशन से काफी दूर स्थानों पर बने थे। इसके चलते इनकी डिलीवरी की संभावना बहुत कम थी। इन यात्रियों को बगैर टिकट मानते हुए 31,895 रुपए जुर्माना वसूला गया। दो अन्य यात्रियों को पकड़ा गया और टिकटों के हस्तांतरण के लिए उनसे 2810 रुपए वसूले गए। वहीं ट्रेन नम्बर 02834 हावड़ा- अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन में 30 अगस्त को भी विशेष जांच की गई थी, जिसमें 19 यात्रियों को वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित बर्थ पर यात्रा करते पाया गया। इन यात्रियों ने अपने पहचान पत्र के अनुसार ई-आरक्षण पर्ची तैयार करवाई थी। ैऐेसे यात्रियों से 28,240 रु. रेलवे बकाया राशि वसूल की गई।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने पश्चिम रेलवे के के उडऩ दस्ते के अच्छे प्रयासों की सराहना की है। रेल उपयोगकर्ताओं से उचित रेल टिकट खरीदने और रेलवे के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया है।
ग्राउंडवर्क के बाद, कई ट्रेनों और पश्चिम रेलवे में उनके परिचालन वाले रेल खंडों में ट्रेनों के लिए नागदा इंटरचेंज और जलगांव इंटरचेंज के लिए दो टीमें बनाई गईं और औचक निरीक्षण किया गया। पश्चिम रेलवे के जलगांव- सूरत- वडोदरा- रतलाम खंड के बीच 9 और 10 सितम्बर जांच की गई।
ठाकुर ने बताया कि चैकिंग के दौरान फ्लाइंग स्कवॉड ने मुंबई की ओर अवध एक्सप्रेस में 20 यात्रियों का पता लगाया। इन यात्रियों के पास मूल यात्रा टिकट नहीं था। ये टिकट यात्रा प्रारंभ करने के स्टेशन से काफी दूर स्थानों पर बने थे। इसके चलते इनकी डिलीवरी की संभावना बहुत कम थी। इन यात्रियों को बगैर टिकट मानते हुए 31,895 रुपए जुर्माना वसूला गया। दो अन्य यात्रियों को पकड़ा गया और टिकटों के हस्तांतरण के लिए उनसे 2810 रुपए वसूले गए। वहीं ट्रेन नम्बर 02834 हावड़ा- अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन में 30 अगस्त को भी विशेष जांच की गई थी, जिसमें 19 यात्रियों को वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित बर्थ पर यात्रा करते पाया गया। इन यात्रियों ने अपने पहचान पत्र के अनुसार ई-आरक्षण पर्ची तैयार करवाई थी। ैऐेसे यात्रियों से 28,240 रु. रेलवे बकाया राशि वसूल की गई।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने पश्चिम रेलवे के के उडऩ दस्ते के अच्छे प्रयासों की सराहना की है। रेल उपयोगकर्ताओं से उचित रेल टिकट खरीदने और रेलवे के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया है।