आईएनएस वलसुरा यूनिट की ओर से बेहतरीन परेड में निशान अधिकारी लेफ्टिनेंट अरुण सिंह सांबयाल ने राष्ट्रपति से प्रेेसिडेन्ट्स कलर प्राप्त किया। यूनिट के 150 जवानों ने राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। नौ सेना बैण्ड की धुन पर 800 से ज्यादा अधिकारियों व जवानों ने मार्च पास्ट किया। इस समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, नौ सेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, दक्षिण नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल एम ए हंपीहोली सहित सैन्य अधिकारी व सिविल अधिकारी मौजूद थे।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल इंडियन नेवी (Royal Indian Navy) की क्षमता बढ़ाने के लिए वर्ष 1942 में एडवांस टोरपिडो प्रशिक्षण सुविधा की स्थापना की गई जिसे आजादी के बाद 1 जुलाई 1950 में आईएनएस वलसुरा का नाम दिया गया। यहां पर नौ सेना अधिकारियों-नाविकों को हथियारों व इलेक्ट्रॉनिक्स प्रणालियों का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है। हर वर्ष 262 से ज्यादा कोर्स होते हैं। साथ ही वर्ष में 750 अधिकारियों व 4200 नाविकों का प्रशिक्षण दिया जाता है। अब तक 15 मित्र देशों की नौ सेनाओं के 1800 प्रशिक्षक यहां प्रशिक्षण ले चुके हैं। इस अवसर पर एक विशेष डाक लिफाफे का भी विमोचन किया गया।