उधर संस्थान के नए लोगो के संबंध में अकादमिक काउंसिल (फैक्टी काउंसिल) की बैठक में हुई चर्चा-विरोध की मिनिट्स भी सामने आई हैं। उसमें स्पष्ट उल्लेख है कि आईआईएम-ए के नए लोगो को बनाने वाले प्रोफेसर ह्योकजिन क्वाक ने बैठक में संस्थान के नए लोगो का प्रजेन्टेशन दिया। उसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने ‘दो लोगो बनाए हैं एक ग्लोबल रिप्रजेंटेशन के लिए जिसमें संस्कृत सूत्र वाक्य नहीं है, जबकि दूसरा डोमेस्टिक रिप्रजेंटेशन के लिए, जिसमें संस्कृत सूत्र वाक्य है।’ कुछ प्राध्यापकों ने नए लोगो में पाम ट्री (ताड़ के पेड़) को ज्यादा उभारे जाने पर आपत्ति जताई है, जबकि पुराने लोगो में यह सूक्ष्मरूप में नजर आता है। मिनिट्स में कुछ प्राध्यापकों ने नए लोगो की डिजाइन में की गई प्रोफेसर की मेहनत को सराहा भी।
मिनिट्स में उल्लेख है कि निदेशक ने दोनों ही लोगो को अपनाने की बात कही है।
आईआईएम-ए के नए प्रस्तावित लोगो का लुक भी सामने आया है। जिसमें एक लोगो में बिना संस्कृत सूत्र वाक्य के लोगो नजर आ रहा है, जबकि दूसरे लोगो में संस्कृत सूत्र वाक्य है। पुराने लोगो में आईआईएम-अहमदाबाद पूरा लिखा गया है, नए प्रस्तावित लोगो में आईआईएम-ए ही लिखा गया है। हालांकि आईआईएम-ए ने सामने आई प्रस्तावित नए लोगो के लुक की तस्वीर के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।