इस मंदिर में फाल्गुण पूर्णिमा का काफी महत्व होता है। यहां पर होली के दिन फूल-डोल महोत्सव होता है। हालांकि इस बार यह महोत्सव पुजारियों की उपस्थिति में होगा। श्रद्धालु होली से करीब दस दिनों पहले तक दूर-दूर से आकर यहां दर्शन कर अपने को धन्य मानते हैं।
मंदिर बंद रहने की स्थिति में देवस्थान समिति की ओर से मंदिर की वेबसाइट पर दर्शन की व्यवस्था की गई है। उधर बेट द्वारका स्थित शंखोद्धार का द्वारकाधीश मंदिर और नागेश्वर का मंदिर भी तीन दिनों के लिए बंद रखा जाएगा।
हालांकि द्वारका की विभिन्न संस्थाओं ने प्रांत अधिकारी को आवेदन पत्र देकर इस निर्णय के संबंध में फिर से विचार करने की बात कही है। लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि कोरोना के चलते मंदिर बंद ही रहेगा।