उन्होंने भारतीय थलसेना के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं देते कहा कि देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा -व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए अपराधिक कानून से संबंधित तीन विधेयक हाल ही में संसद में पारित किए गए। इन ऐतिहासिक कानून से देश की सुरक्षा व्यवस्था में भी नए आयाम शामिल हुए हैं।
छात्रों को मिलेगा एआई और रोबोटिक्स का प्रशिक्षण मुख्यमंत्री ने आरआरयू में 481.32 करोड़ की लागत से बननेवाले विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया। समारोह में राज्य के उच्च एवं तकनीक शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल, यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डॉ. बिमल पटेल एवं अन्य अग्रणी उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी में अन्य चार नए प्रोजेक्ट की भी शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने आरआरयू में अटल इन्क्युबेशन सेन्टर का प्रारंभ कराया। उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों और शोधकों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा, संरक्षा और पुलिसिंग क्षेत्रों में शोध तथा इन्क्यूबेशन प्रोजेक्ट के लिए यह सेन्टर बेहतर माध्यम बनेगा। यह सेन्टर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ अन्य महत्वपूर्ण सेक्टर में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस, रोबोटिक्स और साइबर सिक्युरिटी टूल्स का उपयोग कर इनोवेशन करने के लिए युवाओं को मंच उपलब्ध कराएगा।
पांच और राष्ट्रीय रक्षा शक्ति स्कूल खुलेंगे मुख्यमंत्री ने गुजरात में कार्यरत पांच राष्ट्रीय रक्षाशक्ति स्कूलों की जानकारी दी। सुरक्षा और संरक्षाोक पाठ विद्यार्थी स्कूलों में सीखें और रक्षा और पुलिसकर्मी बनने का प्रशिक्षण स्कूलों में बचपन से दिया जा सके इसके लिए पांच राष्ट्रीय रक्षा स्कूल कार्यरत किए गए हैं। आगामी समय में अन्य पांच स्कूलों में राष्ट्रीय रक्षाशक्ति स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल में बच्चों को संयम, अनुशासन, श्रम का सम्मान, राष्ट्रीय गौरव, जिम्मेदारी और जेन्डर सेन्सिटिविटी जैसे मूल्य सिखाए जाएंगे। राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी के साथ संलग्न ऐसे राष्ट्रीय रक्षा स्कूल देश के अन्य राज्यों में भी प्रारंभ किए जाने का केन्द्रीय गृह विभाग का आयोजन है।
आरआरयू के उपकुलपति डॉ. बिमल पटेल ने स्वागत भाषण करते कहा कि देशभर में सुरक्षा बलों, एजेंसियों और संस्थाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा पर स्वदेशीकरण, इनोवेशन पर शोध और विकास में राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी योगदान देगी।