जोन-1 के उपायुक्त हिमांशु वर्मा ने बताया कि पकड़े गए कार चालक का नाम परम वोरा (29) है। यह छारोडी इलाके में कासा इलाइट फ्लैट में रहता है। मेडिकल उपकरण की सप्लाई का काम करता है।उधर इस घटना के बाद सुबह साइकिल चलाने के लिए निकलने वाले लोगों की सुरक्षा की चिंता जताते हुए साइकिल चालकों ने शहर में एक रैली भी निकाली।
वस्त्रापुर में पार्टी की होने की आशंका, वीडियो आया सामने
डीसीपी वर्मा ने बताया कि पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी ने घटना को अंजाम देने से पहले वस्त्रापुर इलाके में उसके मित्रों के साथ शराब पार्टी की थी। इसकी कार वस्त्रापुर लेक के पास के कुछ फुटेज में दिखाई दी और फिर ओझल हो गई, जिससे इलाके की सोसायटी के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। उन्हें खंगालने पर यह जगह यह कार के साथ मिला। इसके अलावा मित्रों के साथ निकलते हुए दिखता है, जिसमें देखने से ऐसा लगता है कि यह नशे की हालत में था। इसने भी कबूल किया है कि घटना से पहले उसने शराब पी थी और वह नशे में था।
100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, अधूरे नंबर से की पहचान
वर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए काफी मेहनत की गई। पुलिस को घटनास्थल व उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई कार का मॉडल और रंग तो पता चला था लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन नंबर अधूरा ही मिला था। इसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे। कार के मॉडल और रंग के जरिए मिलान करने पर एक कार से यह मैच हुआ, जो वस्त्रापुर लेक इलाके में मिली थी।
कार की मरम्मत कराने वाले मैकेनिक तक पहुंची पुलिस
वर्मा ने बताया कि टीम को उस कार मैकेनिक तक भी पहुंचने में सफलता मिल गई थी, जिसके पास यह घटना के बाद कार को मरम्मत के लिए ले गया था। इसने मैकेनिक से कहा था कि यह एक विवाह समारोह में चार दिन के लिए उदयपुर जा रहा है। इसके आधार पर इसका लोकेशन ट्रेस किया और फिर ह्यूमन इंटेलीजेंस के आधार पर इसे धर दबोचा।
आरटीओ, एफएसएल टीम की ली जाएगी मदद
ट्रैफिक पश्चिम उपायुक्त एन एच देसाई ने बताया कि जोन-1 की टीम की ओर से आरोपी परम वोरा की हिरासत ट्रैफिक पुलिस को मिल गई है। इस संबंध में चिकित्सक अनीश तिवारी की शिकायत पर एसजी 1 ट्रैफिक थाने में एफआईआर दर्ज है। आरटीओ और एफएसएल टीम की मदद से जांच की जाएगी।