14 हजार वनकर्मी लगे शेरों की 15वीं गणना के लिए 13 प्रशासनिक डिवीजन में वन विभाग के कर्मियों को बांटा गया। इस गणना में करीब 14 हजार कर्मियों ने हिस्सा लिया। 9 जिलों में पहुंचा दायरा
अब शेर सौराष्ट्र के संरक्षित क्षेत्रों के साथ-साथ 9 जिलों में पहुंच गया है। इनमें जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, राजकोट, सुरेन्द्रनगर, देवभूमि द्वारका, जामनगर व मोरबी में शामिल हैं। यह हैं वर्गीकरण
शेरों की संख्या 161 वहीें शेरनी 260 हैं। उप वयस्क (सब एडल्ट) में 45 शेर व 49 शेरनी व 22 चिन्हित नहीं किए जा सके हैं। 137 शावक भी हैं। प्रभावी संरक्षण और प्रबंधन के कारण एशियाई शेरों की संख्या व इलाके में वृद्धि देखी गई। इसके तहत आधुनिक तकनीक, वन्यजीव स्वास्थ्य देखभाल के तहत सीडीवी वैक्सीन का आयात करना, लोगों की भागीदारी, मानव-शेरों के बीच संघर्ष कम करना शामिल है।
-चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन, गुजरात राज्य