इस संबंध में तेलाव गांव निवासी एवं वीजा कंसल्टेंट भावेश रवाणी (65) ने बोपल थाने में सोमवार को डेवलपर और बिल्डर जयदीप कोटक और हीरेन कारिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।भावेश रवाणी ने कहा कि उनके साथ यह ठगी 22 जनवरी से 23 दिसंबर 2024 के दौरान हुई है। उन्होंने जनवरी में साउथ बोपल होते हुए घर जाते समय इस इमारत के बोर्ड देखे थे। एक मोबाइल नंबर मिलने पर उन्होंने हीरेन कारिया से संपर्क किया। हीरेन ने कहा कि वह 22 मंजिला इमारत बना रहा है। इसमें ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर दुकानें होंगी। जिसमें से ग्राउंड फ्लोर की एक ऑफिस को उन्होंने 56 लाख रुपए में खरीदने की तैयारी बताई। इसके लिए उन्होंने नकद, चेक से 56 लाख रुपए दे दिए। इसका एक एमओयू भी 19 जून 2024 को जयदीप कोटक ने किया था।
कंस्ट्रक्शन शुरू न होने पर खुली पोल
काफी समय बाद भी कंस्ट्रक्शन शुरू नहीं होने पर वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें कोई बोर्ड नहीं दिखा। ऑफिस भी नहीं थी। रेरा में संपर्क करने पर पता चला कि बिल्डर ने साउथ बोपल में इस इमारत के लिए कोई मंजूरी नहीं ली है। इस बीच उन्हें पता चला कि उनकी तरह ही कई अन्य लोगों से भी पैसे लेकर यह बिल्डर फरार हो गया है। ऐसे नौ अन्य लोगों के बारे में उन्हें पता चला तो उन सभी ने बोपल थाने में इनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।