एफआईआर के तहत कागदी को उनके टेलीग्राम नंबर पर 9 अगस्त को मुतुशी मन एसई1 नाम के आईडी धारक के जरिए एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि घर बैठे पार्ट टाइम जॉब कर हर दिन 2300 से 4600 रुपए कमाओ। 13 अगस्त को यह मैसेज उन्होंने पढ़ा और वे इसके लिए तैयार हो गए। जिस पर मुतुशी आईडी धारक ने कहा कि एक टेलीग्राम नंबर धारक आपसे संपर्क करेगा। जिससे कुछ समय बाद एक अज्ञात नंबर से टेलीग्राम पर उनका संपर्क किया गया, जिसमें कहा गया कि तुम्हे घर बैठे ही रिव्यू का टास्क दिया जाएगा,जिसे पूरा करना होगा। टास्क पूरा करने पर रुपए मिलेंगे।
सभी कामकाज ऑनलाइन किया जाएगा। इसके लिए तुम्हें पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। बातों में आए कागदी को साइबर ठगों ने उन्हें के मोबाइल नंबर का एक आईडी और पासवर्ड भेजा। जिसके बाद एक लिंक भेजी जिसमें लॉग इन करने पर उन्हें टास्क दिए जाते थे। जिसे वह पूरा करते थे। बैंक अकाउंट की जानकारी मांगने पर आईसीआई बैंक खाते को उन्होंने जोड़ा। जिस पर और टास्क पूरा करने पर मिलने वाली राशि उन्हें ऑनलाइन दिखाई देती थी। उसमें से करीब 16 हजार रुपए इस बैंक खाते में जमा भी हुए थे।
प्रीमियम टास्क के लिए भराए पैसे
साइबर ठगों ने कागदी से कहा कि अब उन्हें प्रीमियम टास्क दिए जाएंगे। इसके लिए उन्हें पैसे भरने होंगे। जिसके आधार पर उन्हें अलग-अलग बैंक अकाउंट भेजे जाते जिसमें ये रुपए जमा कराते थे। 27 अगस्त से चार सितंबर के दौरान उन्होंने 38 लाख रुपए जमा कराए। यह राशि उन्हें ऑनलाइन उनके खाते में दिखाई तो देती थी,लेकिन जब इसे निकालने की कोशिश की तो वह निकली नहीं। जिससे उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ।