सीआईडी क्राइम के पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम विनोद पटेल है। यह एक प्राइमरी स्कूल का प्रधानाचार्य है। इसने बीजेड फायनेंशियल सर्विस की मोडासा में फ्रेंचाइजी ली थी। यह खुद एक शिक्षक है। ऐसे में इसने भूपेंद्र सिंह झाला की स्कीमों में अपने परिचय का उपयोग करते हुए शिक्षकों और पूर्व शिक्षकों सहित 1300 लोगों से करीब 70 करोड़ रुपए का निवेश कराया था। इसके लिए उसे झाला की ओर से करीब एक करोड़ रुपए का कमीशन भी दिया गया था।
जांच में यह तथ्य सामने आने पर विनोद पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि इसने साबरकांठा और अरवल्ली जिले के शिक्षकों से निवेश कराया था। इसने खुद भी यह आरोप कबूल किया है। भूपेंद्र सिंह झाला की ओर से इसे महंगी कार भी गिफ्ट में दी गई थी। इसका फोटो भी वायरल हुआ था।
422 करोड़ के निवेश का चला पता, 172 करोड़ नहीं लौटाए
सीआईडी क्राइम ब्रांच की ओर से इस संबंध में झाला के विरुद्ध तीन अलग अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। भूपेंद्र सिंह झाला की ओर से अलग अलग कंपनियां खोलकर सात से 18 फीसदी ब्याज का झांसा देकर अब तक करीब 422 करोड़ रुपए लोगों से वसूलने की बात सामने आई है। इसमें से 6866 लोगों के 172 करोड़ रुपए नहीं चुकाकर ठगी की होने की बात सामने आई है। यह खुद भी पुराने निवेशकों में से एक है।