मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वत्स ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्देश्य नौ माह से पांच साल के बच्चों को विटामिन ए की खुराक के साथ-साथ उनको क्या- क्या पोषक आहार दिये जाएं, के प्रति भी जागरूक किया जायेगा। इसके लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि नौ माह से पांच साल के सभी बच्चोंका वजन भी किया जाये। बच्चों को स्तनपान के साथ-साथ क्या-क्या आहार दिये जा सकते हैं, कब दिये जा सकते है, साथ ही दिन में कितनी बार दिये जा सकते हैं, उसके बारेमें भी बताया जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र कुमार ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया जायेगा। इसके अलावा जागरुकता के लिए कई प्रकार की सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जायेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस दौरान बच्चों को दिये जाने वाले पोषाहार की रेसिपी बनाने की विधि भी बतायी जायेगी। बाल स्वास्थ्य मेले का भी आयोजन किया जायेगा। जिला कम्युनिटी प्रासेसे मैनेजर विजय सिंह ने बताया कि जिले में 9 माह से 5 साल के 4,78,787 बच्चे हैं।