लखनऊ में मुखयमंत्री को सौंपा पत्र फिरोजाबाद जिले के टूंडला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने के बाद एसपी सिंह बघेल को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने आगरा के सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को प्रत्याशी बनाया। चुनाव में जीत के बाद इस्तीफा देना ही था। सांसद चुने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस्तीफा देंगे। रोज अटकले लगाई जा रही थीं। उन्होंने इस्तीफा देकर इन अटकलों पर विराम लगा दिया। इस्तीफा सौंपे जाते समय उनके साथ पुत्र पार्थ बघेल और भाजपा नेता मनोज अरोरा भी थे।
भाजपा में शामिल होते ही दिखाया था रुतबा याद रहे कि एसपी सिंह बघेल ने भाजपा में शामिल होते ही अपना रुतबा दिखाया था। उन्हें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। इसके साथ ही वे पार्टी के स्टार प्रचारक भी बने। बिहार विधानसभा में चुनाव प्रचार के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर दिया गया था। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने प्रचार किया। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहते हुए भी उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल था। माना जा रहा था कि एसपी सिंह बघेल को केन्द्र सरकार में मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा हो न सका।