क्या पाया गया जांच में जांच में पाया गया कि एक ही आधार नम्बर से 500 बार तक राशन लिया गया। अब तक ऐसे 39 आधार नम्बरों का पता चला है। इनके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह भी पाया गया कि 41 आधार नम्बरों का 8468 बार प्रयोग किया गया। कुल 187 राशन दुकानदारों ने घोटाला किया है। आधार नम्बरों के आधार पर व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है। यह देखा जा रहा है कि राशन दुकानदारों ने आधार नम्बरों का उपयोग कैसे कर लिया?
इनके खिलाफ हुई रिपोर्ट दर्ज सुरेन्द्र कुमार खेरागढ़, विनोद कुमार फतेहाबाद, रमेशचंद बाह, बुद्धसेन बाह, दीपक कुमार बाह, गफ्फार हुसैन बाह, राजकुमार शर्मा ताजगंज, पीतम सिंह, ताजगंज, लक्ष्मी देवी जैन ताजगंज, राजीव कुमार ताजगंज, छीतर सिंह संबद्ध विजय सक्सना, ताजगंज, गिरीशचंद ताजगंज, आगरा महिला उपभोक्ता सहकारी समिति ट्रांस यमुना कॉलोनी, आनंद प्रकाश ट्रांस यमुना कॉलोनी, कन्ही सिंह ट्रांस यमुना कॉलोनी, प्रेमपाल भूकेश ट्रांस यमुना कॉलोनी, यतेन्द्र कुमार ट्रांस यमुना कॉलोनी, राजकुमारी ट्रांस यमुना कॉलोनी, संजय जैन ट्रांस यमुना कॉलोनी, रुकमणि देवी ट्रांस यमुना कॉलोनी, बेलनगंज उपभोक्ता सहकारी समिति, रमाकांत ताजगंज, महेन्द्र कुमार नंदपुरा, ईशाक मोहम्मद ताजगंज, विजय कुमार गोपाल दास ताजगंज, मुनेश कुमार दुबे ताजगंज, धर्म प्रकाश भारती ताजगंज, राकेश सिंघल ताजगंज, अनिल कुमार उपाध्याय ताजगंज, जगवीर सिंह संबद्ध ललितेश कुशवाहा ताजगंज, उमाशंकर सिंह ताजगंज, ललितेश कुशवाहा ताजगंज, पवन कुमार नौलक्खा, मुकेश कुमार गुप्ता संबद्ध अमित कुमार ताजगंज, हीरा सिंह संबद्ध राजीव कुमार ताजगंज, विनोद कुमार गोबर चौकी ताजगंज, जगदीश सिंह ताजगंज, हरिशंकर कुशवाहा ताजगंज, नंदन गोपाल श्रीवास्तव ताजगंज, अनिल चक्रवर्ती ताजगंज, आरिफ हुसैन ताजगंज, माया ताजगंज और विजय कुमार सक्सेना ताजगंज।