फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन यह बैनर तले असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं में “नेतृत्व का प्रशिक्षण” नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. निर्मला दीक्षित ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक श्रम आयुक्त सर्वेश कुमारी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को करना आज के समय में बेहद जरूरी हो गया है। पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती।
सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट विनीता कुलश्रेष्ठ ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में सबसे आगे हैं। उनकी पढ़ाई का ही नतीजा है। इस दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने कहा कि महिलाओं को अब प्रत्येक पायदान पर सामने आने की आवश्यकता है, जब तक यह अपने अधिकारों के बारे में जानेंगी नहीं तो उनकी मांग किस प्रकार कर पाएंगी। महिला श्रमिकों की नेतृत्व की क्षमता के लिए आगे और भी प्रयास किए जाएंगे।
इस मौके पर समाजसेवी प्रतिभा जिंदल ने भी महिलाओं के आगे बढ़ाने की बात कही। चाइल्ड लाइन की कोऑर्डिनेटर रितु इंदौलिया और राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना की फील्ड ऑफिसर सोना जैन ने महिला को विशेष प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर बीडब्ल्यूआई की साउथ एशिया की कोऑर्डिनेटर साक्षी अग्रवाल, एमपी फाउंडेशन के श्रीनिवासन, संजय शर्मा, पिंकी जैन, हेमलता गोला, राहुल शर्मा आदि सहित श्रमिक महिलाएं मौजूद रहीं।