सुबह से ही श्रद्धालुओं का जोश देखते ही नज़र आ रहा था। वे अपने उस गुरु से जुड़े स्थल की सेवा कर अपने को धन्य मान रहे थे। जहां एक और 4 साल से बच्चे थे, वहीं 80 से 85 साल तक के बुजुर्ग इस दरबार स्नान में जोश के साथ सतनाम वाहेगुरु के मूल मन्त्र के जाप के साथ बड़ी तन्मयता से लगे हुए थे। जिसमें विशेष रूप से महिलाओं की संख्या थी। साथ में गुरु तेग बहादुर सिमरिये घर नौ निध आवे था, का भी गायन हो रहा था। दूध बड़े बड़े ड्रम में डालकर प्रेशर मशीन से ऊपर पहुंचाया जा रहा था। ज्ञातव्य है यह दुग्ध स्नान वर्ष में एक बार केवल शहीदी गुरुपुरब पर ही की जाती है।
श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का शहीदी गुरुपुरब 23 nov को दरबार हॉल में बड़े श्रद्धा पूर्ण वातावरण में शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक मनाया जाएगा। जिसमें विशेष रूप से भाई सरबजीत सिंह पटना साहिब वाले अपनी हाज़री लगाएंगे। सुबह भारत माता संस्कार समिति एवम् भारत विकास परिषद् द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा। 21 नवंबर को प्रातः 10 बजे श्री अखंड पाठ साहिब की आरम्भता होगी। यह जानकारी गुरु के ताल के मीडिया प्रभारी मास्टर गुरनाम सिंह एवं समन्वयक बन्टी ग्रोवर ने संयुक्त रूप से दी ।
कार्यक्रम में ग्रन्थी हरनाम सिंह, रणजीत सिंह, हरबंस सिंह, मंजीत सिंह, किशन सिंह , महंत हरपाल सिंह, गुरनाम सिंह मुम्बई, जसवंत सिंह, हरजिंदर सिंह, इन्दर पाल सिंह, राजेश डील्याणी आदि की उपस्थिति उललेखनीय रही।