आगरा मेट्रो में तीन कोच होंगे। यूं तो इसका कार्य फरवरी से शुरू हो जाएगा, लेकिन जनवरी 2019 में मुख्य कार्य शुरू होगा। दो कॉरीडोर बनाए जाएंगे। 30 किमी की लंबाई होगी और कुल 30 स्टेशन होंगे। जल्द ही मेट्रो के कार्य को लेकर टेंडर किए जाएंगे। मुख्य नगर नियोजक सतीश गौड़ ने बताया कि पांच मिनट के अंतराल में मेट्रो चलेंगी। तीन कोच की मेट्रो की औसत स्पीड 30 से 35 किमी प्रति घंटा होगी। इससे यात्रियों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
लम्बे समय से चल रही मांग
जाम के झाम में उलझे आगरा के लिए लम्बे समय से मेट्रो के संचालन की मांग चल रही है। कई बार डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनी, लेकिन यह आगे नहीं बढ़ सकी। सपा शासनकाल में आगरा की मेट्रो की कसरत तेज हुई थी। राइट्स संस्था द्वारा डीपीआर तैयार की गई। केंद्र सरकार ने मेट्रो के प्रस्ताव को नई मेट्रो नीति-2017 के हिसाब से तैयार करने के आदेश दिए। डीपीआर को वापस कर दिया गया। एडीए व निजी कंपनी द्वारा संशोधित डीपीआर तैयार किया गया। पिछले दिनों इसे राज्य सरकार को भेज दिया गया था।
आगरा की मेट्रो होगी खास
आगरा के मेट्रो स्टेशनों पर धरोहरों की छाप देखने को मिलेगी। दो कॉरीडोर के साथ 30 स्टेशन होंगे। ये स्टेशन समान तरीके से बनाये जाएंगे, लेकिन इनका इंटीरियर अलग होगा। आगरा की सभी धरोहरों की छाप स्टेशनों के मुख्य द्वार पर देखने को मिलेगी। बताया गया है कि मेट्रो का संचालन सुबह छह बजे से शुरू होगा। जो रात दस बजे तक चलेगी। मेट्रो में मंथली पास भी बनाए जाएंगे। जिससे यात्रियों को हर दिन टिकट नहीं खरीदनी पड़ेगी। मेट्रो में वाई-फाई की भी सुविधा मिलेगी। यात्रियों से इसका कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। प्रत्येक कोच और स्टेशन में मोबाइल चार्जिग प्वाइंट भी होंगे। कमश्निर के राम मोहन राव ने बताया कि मेट्रो का कार्य रफ्तार पकड़े, इस दिशा में विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिससे निर्धारित अवधि में इसे पूरा कराया जा सके।