अवध किसान आंदोलन और पुस्तक पर विशेष रूप से चर्चा में भाग लिया प्रेमशंकर, फिरोज नकवी व निशा राठौर ने। डॉ. राजेन्द्र मिलन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी रानी सरोज गौरिहार, एसएस यादव, आरएस मौर्या, डॉ मृणाल शर्मा ,सुशील सरित,परमानन्द शर्मा, अशोक अश्रु सहित शहर के काफी संख्या में विशिष्ट जनों ने भाग लिया व संचालन किया साहित्यकार सर्वज्ञ शेखर ने।
खूब बटोरी तालियां
इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी में डॉ अंगद धारिया की किसानों की पीड़ा को व्यक्त करती कविता ने तालियां बटोरी तो अलका अग्रवाल ने किसानों को अपनी रचना से नमन किया। राकेश निर्मल,रमा वर्मा श्याम,राजकुमारी चौहान,विजया तिवारी, प्रेमसिंह त्यागी,प्रताप सिंह सिसौदया, डॉ अनीता चौधरी,मंजू यादव,डॉ भावना,ममता भारती, सविता मिश्रा, डॉ प्रभा गुप्ता, रमेश आंनद, महावीर सिंह आदि ने काव्य पाठ करके श्रोताओं का दिल जीता। प्रारम्भ में श्री सुशील सरित ने सरस्वती वंदना की व अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया अशोक अश्रु ने।
370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर में लाल चौक पर तिरंगा फहराने वाले संजीव लाखन का शॉल पहनाकर सममान किया गया। संजीव ने बताया कि अपने ही देश में तिरंगा फहराने की सजा के रूप में उन पर आठ मुकद्मे दर्ज हुआ। लेकिन उन्हें गर्व है कि उन्हें लाल चौक पर झंडारोहण का मौका मिला।
डॉ अमी आधार निडर, डॉ नीतू चौधरी, दीपक सरीन, अरविंद सिंह आलोक कृष्ण अग्रवाल, भरतदीप माथुर, अलका अग्रवाल, शिराज खान, प्रिया शर्मा, कंचन चौधरी, राजकुमार शुक्ला, सुधांशु, मोहिनी, सोनम, श्वेता, पूनम जाकिर, नमन श्रीवास्तव, कल्पना श्री वास्तव, तरुण श्रीवास्तव मौजूद रहे।