इस आॅडियो में कुछ कथित पत्रकारों समेत विधायक के विरोधियों की आवाजें बताई गई हैं। विधायक ने आॅडियो एसएसपी को सौंप दिया है। पुलिस अब यह पता कर रही है कि आॅडियो में आवाजें किस-किसकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एक आवाज एक नेता की सुनाई दे रही है। वहीं कुछ कथित पत्रकारों की आवाजों की जांच की जा रही है। अभी पूरे मामले में एफआईआर होना बाकी है। खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
कॉकस का हाथ
आॅडियो आने के बाद उन्नाव के विधायक सेंगर के बाद आगरा के विधायक को फंसाने की साजिश खुलती नजर आ रही है। इस घटनाक्रम में जो कॉकस शामिल हैं, वे ब्लैकमेलिंग के अलावा पत्रकारिता की आड़ में अवैध वसूली का खेल भी खेलते हैं, ऐसा स्पष्ट हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि आॅडियो में तीन कथित पत्रकारों की आवाज सुनाई दे रही है जिसमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस यह पता कर रही है कि घटना को इस तरह मोड़ देने के पीछे किसका हाथ है। आवाजों की जांच के बाद सम्बंधित लोगों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई कर सकती है।
आॅडियो में कुछ लोग दुष्कर्म के मामले की बात करते हुए कह रहा है कि विधायक को ढंग से फंसाना तो रुपये, खाना और पेट्रोल की जरूरत पड़ेगी। सभी मिलकर चंदा कर लें। ताकि बाद में किसी से मांगना न पड़े। दूसरा व्यक्ति ज्ञान दे रहा है कि मीडिया में जितना छापना था, वह छप चुका अब जनता में जाना पड़ेगा। उन्नाव के विधायक का जिक्र करते हुए उसी तर्ज पर आगरा के विधायक को फंसाने बात आॅडियो में साफ सुनाई दे रही है। शहर में दस स्थानों पर विधायक के फोटो के साथ उनके होर्डिग लगाने के लिए करीब तीस हजार रुपये का बजट बताया है। इन होर्डिंग्स को कुछ ही देर के लिए लगाए जाने की बात कही गई है। कहा गया है कि इसके बाद 15-20 मिनट में भाजपा सरकार हिल जाएगी। विधायक बच नहीं पाएगा। आॅडियो में मामले को और उग्र करने के लिए यह वार्तालाप भी सुनाई दे रहे हैं कि किशोरी के कोर्ट में बयान के बाद प्रेस कांफ्रेंस बुलाई जाएगी। प्राइवेट मेडिकल कराने एवं चोटें दर्शाने समेत बुधवार के दिन होर्डिंग्स लगाने की बात कही गई है।