प्रशासन को कठेरिया का गुलाम बताया अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में सांसद चौधरी बाबूलाल का सीधा आरोप है कि आगरा के जिला अधिकारी शासन के डीएम नहीं, बल्कि रामशंकर कठेरिया के पर्सनल नौकर बनकर काम कर रहे हैं। आगरा सदर की उपजिलाधिकारी श्यामलता आनंद पर आरोप लगाया कि वे आगरा को लूटने का काम कर रही हैं। उनके खिलाफ वकीलों ने भी हड़ताल की। भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनका पति मेरे यहां किरावली में था। जो एसडीएम अच्छा काम करता है, उसे लूपलाइन में लगा दिया जाता है। जो भ्रष्टाचार करता है, उसे कुर्सी पर बैठा दिया जाता है। मुझे यह कहने में कोई संदेह नहीं है कि आज प्रशासन रामशंकर कठेरिया का गुलाम है।
आरक्षण में संशोधन हो चौधरी बाबूलाल ने कहा कि आरक्षण का कुछ लोग ही फायदा उठा रहे हैं। ओबीसी में यादव और असूचित जाति में जाटव फायदा उठा रहे हैं। अन्य बिरादरी के लोगों को आरक्षण का कोई फायदा नहीं हो रहा है। कायदे से इसमें संशोधन हो ताकि सर्वसमाज को फायदा मिले। हमारे नेता और मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने ओबीसी में
कोटा बनाने की बात कही है, हम उनकी बात का सम्मान करते हैं। हर वर्ग में गरीब हैं। ब्राह्मणों में भी गरीब हैं। आर्थिक रूप से जो पिछड़े हैं, चाहे वह सवर्ण हैं, ओबीसी हों या अनुसूचित जाति के हों, सबको लाभ मिले। सबका साथ सबका विकास हो। दीनदयाल उपाध्याय का सपना अंत्योदय है। उसे साकार करने के लिए सबको लाभ मिलना चाहिए।
हरिजन एक्ट में गिरफ्तारी पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हरिजन एक्ट में तत्काल गिऱफ्तारी पर रोक लगाई है। हम सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देना चाहते हैं। हरिजन एक्ट के नाम पर सवर्ण जाति के लोगों को गिऱफ्तार किया जा रहा है। बहुत से लोगों ने एक्ट को धंधा बना रखा था। उस पर अंकुश लगेगा। जनता के लिए यह खुशखबरी है। हरिजन एक्ट में रिपोर्ट होने पर आर्थिक मदद दी जाती है। डॉ. कठेरिया द्वारा इस आदेश का विरोध करने के बावत पूछे जाने पर चौधरी बाबूलाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने जनभावना के अनुरूप आदेश किया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम बदले जाने के संबंध में कहा कि रामजी का नाम ही तो जोड़ दिया है। हमारे नेताओं ने किसी तथ्य के आधार पर ही रामजी जोड़ा है। पत्रकार वार्ता में विधायक
जगन प्रसाद गर्ग , डॉ. रामेश्वर चौधरी, किसान नेता मोहन सिंह चाहर, दुर्ग विजय सिंह भैयाजी एडवोकेट, चौधरी अजय सिंह एडवोकेट, वीरेन्द्र फौजदार एडवोकेट, राजकुमार पथिक सांसद प्रवक्ता आदि उपस्थित थे।