उमेश बहादुर सिंह के मुताबिक, गुरुवार देर रात वे घर में सो रहे थे। तभी परिवार को जिंदा जलाने के उद्देश्य से किसी ने पेट्रोल छिड़ककर उनकी कार और स्कूटी में आग लगा दी। रात 12.30 बजे उनकी नींद खुली तो गाड़ी में आग लगी हुई दिखी। उन्होंने सबमर्सिवल के पाइप से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। तब तक आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। सभी ने आग बुझाने में कोशिश की। जानकारी होने पर थाने से पुलिस भी पहुंच गई। तब तक स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पा लिया था।
पुलिस ने घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग देखी गई तो उसमें दो युवक दिखाई दिए। इनके चेहरे ढंके हुए थे और दोनों उमेश बहादुर सिंह के घर की ओर आ रहे थे। दूसरे सीसीटीवी कैमरे में दोनों युवक थोड़ी देर बाद खाली हाथ भागते हुए नजर आए हैं।
माना जा रहा है कि ये युवक बोतल में पेट्रोल लेकर आए थे। उन्होंने परिवार को जिंदा जलाने के उद्देश्य से कार और स्कूटी में आग लगाई थी। जिस वक्त यह घटना हुई उनकी मां देवश्री, पत्नी अनीता, बेटा पार्थ, बेटी आकांक्षा और भतीजी वैष्णवी भी घर में ही थे। गनीमत रही कि परिवार के किसी सदस्य को किसी भी प्रकार की हानि नहीं हुई। समय पर जानकारी होने के कारण आग बुझा ली गई। घटना के संबंध में शाहगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।