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यूपी में लव जिहाद का एक और मामला, पीड़िता का आरोप- नाम और धर्म छिपाकर आरोपी ने धोखे से की शादी एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अपहरण और गुमशुदगी के मामले में अगस्त से दिसंबर 2019 तक पुलिस ने 141 लड़कियों को ढूंढा था, जिनको बरामद कर कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए। वहीं इस साल 11 माह में 485 लड़कियां बरामद की गईं। इसी तरह 16 महीने में 626 लड़कियां बरामद की गई हैं। जबकि 80 लड़कियों की बरामदगी शेष है। एसएसपी ने बताया कि इसके लिए थानों की पुलिस के साथ सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है।
सिपाही राजकुमार की अहम भूमिका बता दें कि बरामद की गई लड़कियों के मामले में सर्विलांस सेल के सिपाही राजकुमार ने अहम भूमिका निभाई है। एसएसपी ने बताया कि राजकुमार के सहयोग के लिए दो सिपाही रखे गए थे। राजकुमार ने एक रजिस्टर बनाते हुए उसमें अपहृत के बारे में सभी जानकारी लिखी। वहीं, जो बरामद होती गईं उनका नाम काट दिया जाता। रजिस्टर में ही परिचित, दोस्त और सगे संबंधियों के नाम के साथ उनके नंबर भी लिखे जाते हैं। राजकुमार नंबरों को सर्विलांस की मदद से ट्रेस करते हैं और तत्काल लोकेशन पुलिस टीम को बताते हैं। राजकुमार ने लड़कियों की बरामदगी में कड़ी मेहनत की है। इसलिए एसएसपी ने उनका नाम डीजी मेडल के लिए भेज दिया है।