इस बैठक के दौरान सेप्ट संस्था के पदाधिकारियों ने आगरा शहर को हेरिटेज बनाये जाने के लिए अभी तक किये गए बिल्डिंग हेरिटेज, कल्चर हेरिटेज और प्राकृतिक हेरिटेज को लेकर अपना प्रेजेंटेशन दिया। इससे संबंधित जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे। जनप्रतिनिधियों के साथ आगरा को हेरिटेज सिटी घोषित किये जाने पर क्या लाभ होगा, आम जनता को राहत मिलेगी या नहीं, इसको लेकर चर्चा की गई। बैठक के दौरान सभी जनप्रतिनिधियों ने आगरा शहरवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए अपने सुझाव प्रस्तुत किये। इन सुझावों को सेप्ट संस्था अपनी अंतरिम रिपोर्ट में शामिल करेगी।
महापौर नवीन जैन का कहना था कि ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी आगरा के कई ऐसे हिस्टोरिकल मोन्यूमेंट हैं जो विश्व विख्यात हैं। वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स में शामिल हैं। शहर में अन्य कोई भी ऐसा मॉन्यूमेंट नहीं है, जिसे हेरिटेज घोषित किया जाए। अगर शहर को हेरिटेज सिटी बनाये जाएगा तो सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को होगा। क्योंकि ऐसा करने पर कुछ चीजों का दायरा सीमित हो जाएगा, आप हेरिटेज बिल्डिंग या पार्क के पास निर्माण नही कर सकेंगे और किसी भी तरह की तरह की इंडस्ट्रीज को नहीं लगा सकते क्योंकि ताजमहल के कारण पहले से ही आगरा से कई इंडस्ट्रीज खत्म हो चुकी है।
इस अवसर पर सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, विधायक जीएस धर्मेश, विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे, नगर आयुक्त अरुण प्रकाश, अपर नगर आयुक्त केपी सिंह, मुख्य अभियंता एके सिंह, अधिशासी अभियंता आर के सिंह, पीके घोष, सेप्ट के प्रो0 शास्वत बंदोपाध्याय, निदेशक सीएचसीआर डॉ0 जिग्ना देसाई, चीफ इंजीनियर स्मार्ट सिटी धर्मवीर गुप्ता और हिस्टोरियन श्रद्धा अरोड़ा मौजूद रहे।