तीसरे दिन संध्या का अर्घ्य समय
ज्योतिष डॉ. अनीष व्यास के अनुसार, छठ पूजा पर दो दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है। यानि शाम को डूबते सूर्य को तो वहीं दूसरे दिन अल्प सुबह उगते सूर्य को छठ पूजा का अर्घ्य दिया जाता है। हिंदू कलेंडर के अनुसार, आज सूर्यास्त होने का समय 5 बजकर 32 मिनट पर होगा। ठीक सूर्यास्त के समय सूर्य देव को जल अर्पित किया जाएगा। लेकिन देशभर के दूसरे शहरों में सूर्यास्त के समय में थोड़ा बहुत बदलाव देखने को मिल सकता है। ये भी पढ़े : Chhath Puja: मुंगेर के इस मंदिर में माता सीता ने की थी छठ पूजा, तब श्रीराम को मिली थी इस पाप से मुक्ति सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य
वहीं, कल 8 नवंबर को सुबह 6 बजकर 32 पर सूर्योदय होने का समय निश्चित किया है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर ही व्रती महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देने का सही समय 6 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।
कैसे दें सूर्य देव अर्घ्य
धार्मिक काथाओं के अनुसार छठ पूजा प्रमुख रूप से नदी और तालाबों के घाट पर की जाती है। इस दिन व्रती निर्जला व्रत करके शाम के वक्त सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं। पूजा के लिए बांस की टोकरी या फिर सूप में ठेकुआ, फल, नारियल, गन्ना और अन्य सामग्री पूजा के लिए रखें। इसके साथ ही महिलाएं लोक गीतों गायन कर सकती हैं और हो सके तो पूजा में विशेष मंत्रों का उच्चारण भी करना चाहिए। इसके साथ व्रती महिलाएं जल में खड़े होकर सूर्य भगवान को प्रसाद अर्पित करें और डूबते सूर्य को अर्घ्य दें। ऐसा करने से छठी मईया खुश होती हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।