Kamala Harris कौन हैं,बाइडन के धोबी पछाड़ से क्यों हैरान और परेशान हैं ट्रंप, जानिए
Kamala Harris:अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी से हाथ पीछे हटने खींचने और भारतवंशी कमला हैरिस का नाम सामने आने से हैरिस सुर्खियों में हैं। इस तरह बाइडन ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की नींद उड़ा दी है।
Kamala Harris:अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी से पीछे हटने व उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम सामने आने से वे सभी जगह चर्चा का केंद्र बन गई हैं। इधर बाइडन के इस दांव से पूर्व राष्ट्रपति और अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप सकपका गए हैं।
भारतवंशी कमला देवी हैरिस (जन्म 20 अक्टूबर, 1964) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ और वकील हैं, जो 2021 से राष्ट्रपति जो बाइडन के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका की 49वीं उप राष्ट्रपति हैं। वे पहली महिला उप राष्ट्रपति और अमेरिकी इतिहास में सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला अधिकारी हैं, साथ ही पहली अफ्रीकी-अमेरिकी और पहली एशियाई-अमेरिकी उप राष्ट्रपति भी हैं। कमला डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य, व पहले 2017 से 2021 तक कैलिफोर्निया से अमेरिकी सीनेटर और 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल थीं।
पिता अर्थशास्त्री, मां तमिल भारतीय जीवविज्ञानी
कैलिफ़ोर्निया के ओकलैंड में जन्मी हैरिस का जन्म एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद परिवार में हुआ था, उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस, एक मार्क्सवादी अर्थशास्त्री थे; उनकी मां, श्यामला गोपालन, एक तमिल भारतीय जीवविज्ञानी थीं। हैरिस ने हावर्ड विश्वविद्यालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सैन फ्रांसिस्को डीए के कार्यालय और बाद में सैन फ्रांसिस्को के कार्यालय के सिटी अटॉर्नी में भर्ती होने से पहले, उन्होंने अल्मेडा काउंटी के जिला अटॉर्नी (डीए) के कार्यालय में अपना कानून कैरियर शुरू किया। वहीं सन 2003 में, वह सैन फ्रांसिस्को की डीए चुनी गईं।
अटॉर्नी जनरल चुनी गईं
कमला हैरिस 2010 में कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल चुनी गईं और 2014 में फिर से चुनी गईं। हैरिस ने 2017 से 2021 तक कैलिफोर्निया से जूनियर अमेरिकी सीनेटर के रूप में कार्य किया। उन्होंने सन 2016 के सीनेट चुनाव में लोरेटा सांचेज़ को हराया और अमेरिकी सीनेट में सेवा देने वाली दूसरी अफ्रीकी-अमेरिकी महिला और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी बनीं।
अब डोनाल्ड ट्रंप की नींद उड़ गई
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसे-ऐसे ट्रंप कार्ड खेले थे कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन बहुत कमजोर प्रत्याशी लग रहे थे और सारे समीकरण ट्रंप के पक्ष में लग रहे थे। इससे पहले बाइडन के प्रेसीडेंशियल डिबेट में हारने, हर बात भूलने, कोविड होने, नींद आने और ट्रंप पर जानलेवा हमला होने से डोनाल्ड ट्रंप का बहुत आसानी से राष्ट्रपति चुनाव जीतने की संभावना नजर आ रही थी। इन हालात में जो बाइडन की नींद उड़ी हुई थी, लेकिन एक ही दिन में अब डोनाल्ड ट्रंप की नींद उड़ गई है। क्यों कि कमला हैरिस का राष्ट्रपति चुनाव दावेदार बनाने का फैसला अब ट्रंप की राह मुश्किल कर रहा है।