रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में पुतिन नहीं करेंगे समझौता, ट्रंप के शांति प्रस्ताव को ठुकराया
Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव को ठुकरा चुके हैं।
Vladimir Putin, Donald Trump and Volodymyr Zelenskyy
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को 34 महीने से ज़्यादा समय बीत चुका है। 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ यह युद्ध अभी भी जारी है। अभी भी रूस की इस युद्ध में जीत नहीं मिली है। हालांकि यूक्रेन को इस युद्ध की वजह से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। साथ ही यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच चुकी है। हालांकि इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेन की सेना डटकर रूस की सेना का सामना कर रही है जिसकी कीमत रूस को भी चुकानी पड़ रही है। अमेरिका (United States Of America) के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चुनाव जीतने के बाद ही यह कह दिया था कि वह इस युद्ध को रुकवाएंगे। ट्रंप ने इस युद्ध को रोकने के लिए पुतिन को शांति प्रस्ताव भी दिया था, जिसे पुतिन ने ठुकरा दिया है।
पुतिन ने ट्रंप के शांति प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और यह साफ कर दिया है कि वह इस मामले पर अपनी पिछली मांगों से पीछे नहीं हटेंगे और न ही कोई समझौता करेंगे। पुतिन पहले भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि वह युद्ध के मामले में समझौता नहीं करेंगे और वह अपनी बात पर कायम हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही पुतिन की सबसे बड़ी मांग यही रही है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं होने देना है। अमेरिका समेत दूसरे नाटो सदस्य देश शुरू से यूक्रेन को नाटो में शामिल करने के पक्ष में रहे हैं, पर रूस इसके लिए तैयार नहीं है। नाटो के कई सदस्य देश इस युद्ध में यूक्रेन की मदद कर रहे हैं, जो पुतिन को बिल्कुल पसंद नहीं है। ट्रंप की टीम ने इस युद्ध को रोकने के लिए यूक्रेन के नाटो में शामिल होने को टालने का प्रस्ताव भी दिया है, जिसे पुतिन ने पहले ही अस्वीकार कर दिया है। ट्रंप की टीम ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने के समय को 10-20 साल तक टालने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन लगता है यह प्रस्ताव भी इस युद्ध को रोकने के लिए पुतिन को मनाने के लिए काफी नहीं है।
न अभी और न कभी
पुतिन साफ कर चुके हैं कि यूक्रेन न तो अभी नाटो में शामिल होना चाहिए और न कभी। ऐसे में ट्रंप की टीम के यूक्रेन की नाटो मेम्बरशिप को 10 साल के लिए टालने के प्रस्ताव को पुतिन पूरी तरह से बेकार मानते हैं।