एलेक्जेंडर पिछले साल सितंबर में गिरफ्तार हुआ था। हालांकि गिरफ्तारी के वक्त लॉ एनफोर्समेंट की टीम को भी उसके एचआईवी पीड़ित होने की जानकारी नहीं थी। मामले की जांच और पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा हुआ।
कैसे पकड़ा गया एलेक्ज़ेंडर?
जासूसों ने अगस्त 2023 में एलेक्ज़ेंडर की जांच शुरू की, जब एक गुप्त जासूस ने उससे ऑनलाइन बात करना शुरू किया। एलेक्ज़ेंडर को लगा कि वह एक 15 साल के लड़के से बात कर रहा है। दोनों ने कुछ समय ऑनलाइन चैटिंग की और उसके बाद बोइस में ही मिलने का प्लान बनाया। एलेक्ज़ेंडर जिसे 15 साल का लड़का समझ रहा था, उसे अपनी नग्न तस्वीरें भी भेजता था। जब एलेक्ज़ेंडर तय जगह पर पहुंचा, तब उसे बच्चों को लुभाने और फंसाने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया।
नवंबर 2023 में लगा आरोप
लॉ एनफोर्समेंट की टीम ने एलेक्ज़ेंडर को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस को मामले की जांच में पता चला कि एलेक्ज़ेंडर एचआईवी एड्स पीड़ित है और अपनी दवा भी नहीं ले रहा। पुलिस की पूछताछ में उसने कबूल लिया कि वह जिन लोगों से यौन संबंध बनाता था, उन्हें अपनी बीमारी के बारे में नहीं बताता था, जिससे उनमें एचआईवी एड्स फैल सके। नवंबर 2023 में एलेक्ज़ेंडर पर सभी आरोप लगाए गए।
एलेक्ज़ेंडर को मिली 30 साल के लिए जेल की सज़ा
3 मई को एलेक्ज़ेंडर को उसके जुर्मों के लिए 30 साल के लिए जेल की सज़ा सुनाई गई है। एलेक्ज़ेंडर को 16 साल बाद पैरोल पर बाहर आने की अनुमति दी जाएगी। पर 16 साल तक उसे जेल से बिलकुल भी बाहर नहीं निकाला जाएगा। 16 साल बाद भी तय समय के लिए ही पैरोल दी जाएगी और सज़ा पूरी होने पर ही उसे जेल से आज़ादी मिलेगी।