बताया सम्मान की बात
सुनक ने इस अवसर पर वहाँ मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में सुनक ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रामकथा के पाठ के आयोजन में शामिल होने और इसे सुनने को सम्मान की बात बताया।
हिंदू के तौर पर हुए शामिल
सुनक ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह रामकथा को सुनने के लिए यूके के पीएम के तौर पर नहीं, बल्कि एक हिंदू के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर को एक ख़ुशी की बात भी बताया। साथ ही उन्होंने आस्था को एक निजी और अहम बात बताया।
लगाया ‘जय सियाराम’ का जयकारा
सुनक ने इस अवसर पर ‘जय सियाराम’ का जयकारा भी लगाया। मोरारी बापू की व्यासपीठ पर सुनक ने ‘जय सियाराम’ का जयकारा लगाया और पुष्पांजलि भी अर्पित की।
आरती में भी हुए शामिल
रामकथा को सुनने के बाद सुनक मंच पर हुई आरती में भी शामिल हुए।
सुनक को भेंट के स्वरूप में मिला शिवलिंग
इस अवसर पर सुनक ने मोरारी बापू को शॉल उड़ाकर उनका सम्मान किया। मोरारी बापू ने भी सुनक को शॉल उड़ाई और साथ ही उन्हें ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा से पवित्र भेंट के रूप में सोमनाथ मंदिर से लाए गए एक पवित्र शिवलिंग को भेंट के स्वरूप में दिया।